33 करोड़ के गबन के मामले में गिरफ्तार दंपति पुलिस रिमांड पर भेजा

Edited By Vijay, Updated: 20 Jul, 2019 09:17 PM

accused couple sent on police remand

दी तलाई ग्राम सेवा सहकारी सभा में हुए 33 करोड़ रुपए के गबन के मामले में गिरफ्तार 2 आरोपियों अश्विनी कुमार गौतम व उसकी पत्नी निर्मला देवी को शनिवार को न्यायिक दंडाधिकारी ऐश्वर्या शर्मा की अदालत में पेश किया गया, जहां से उन्हें 23 जुलाई तक के पुलिस...

घुमारवीं: दी तलाई ग्राम सेवा सहकारी सभा में हुए 33 करोड़ रुपए के गबन के मामले में गिरफ्तार 2 आरोपियों अश्विनी कुमार गौतम व उसकी पत्नी निर्मला देवी को शनिवार को न्यायिक दंडाधिकारी ऐश्वर्या शर्मा की अदालत में पेश किया गया, जहां से उन्हें 23 जुलाई तक के पुलिस रिमांड पर भेज दिया है। बताते चलें कि गबन के मामले में एस.आई.टी. टीम ने दोनों आरोपियों को श्रीगंगानगर (राजस्थान) से गिरफ्तार किया है। इस मामले में नामजद आरोपी सभा सचिव राजेश पटियाल पहले ही 14 दिन की न्यायिक हिरासत में चल रहा है।

दंपति ने सोसायटी से उठाया था 22 करोड़ रुपए का लोन

जानकारी के अनुसार मामले का आरोपी अश्विनी कुमार गौतम वर्ष 2012 में सभा सचिव राजेश पटियाल के संपर्क में आया था। उसने खुद को सोने तथा होटल का कारोबारी बताया था। सभा सचिव को आरोपी ने विश्वास में लेकर कुछ पैसे उधार लिए थे। उधार ली गई राशि को आरोपी ने निर्धारित अंतराल में वापस कर दिया था। उसके उपरांत आरोपी अश्विनी ने अपनी पत्नी निर्मला देवी को सभा सचिव से मिलवाया। जानकारी के अनुसार इस दंपति ने सभा से कुछ लाख रुपए लोन लिया। उसके उपरांत आरोपी अश्विनी ने अपने कारोबार का हवाला देकर 2 करोड़ रुपए की लिमिट बनवाई। उसके बाद मामले के दोनों आरोपियों ने सभा सचिव के साथ मिलकर सोसायटी से करीब 22 करोड़ रुपए का लोन उठाया। जैसे ही सभा के ऑडिट की तारीख नजदीक आई तो सभा सचिव ने दोनों आरोपियों से मिलकर इनके लोन की राशि को अपने खाते में हस्तांतरित कर लिया।

सभा सचिव ने अदायगी से बचने के लिए वितरित कर दिए फर्जी लोन

अदायगी से बचने के लिए आरोपी सभा सचिव ने एक ही दिन में 20-20 लाख रुपए के 99 फ र्जी लोन वितरित कर दिए। इन फ र्जी व्यक्तियों के नाम जारी ऋ णों की गारंटी आरोपी अश्विनी कुमार गौतम व निर्मला देवी द्वारा दी गई। इस हिसाब से सभा की ओर से वितरित किए गए फ र्जी ऋ णों तथा उस पर ब्याज का कुल आंकड़ा 32 करोड़ बन चुका था। सभा सचिव इन दोनों आरोपियों से मिलकर ऋ णों की भारी वसूली करके राशि को अलग-अलग ऋ णियों के नाम ऋ ण जारी कर देता था। जांच में पाया गया कि जो राशि सभा को वापस आती थी उस राशि को दोबारा लोन के रूप में दर्शा कर विभिन्न लोगों के नाम पर प्रनोट भरकर ऋ ण जारी कर दिए जाते थे।

जिन्हें जारी किए ऋण उन्हें आज तक नहीं पता

जानकारी के अनुसार आरोपियों ने इस मामले में कई ऐसे लोगों के नाम प्रनोट भरकर ऋ ण जारी कर दिए हैं, जिनका पता उन लोगों को आज भी नहीं है। जिला अंकेक्षण अधिकारी द्वारा किए गए ऑडिट में जब यह गड़बड़ी सामने आई इसका पता चलते ही मामले के दोनों आरोपी अश्विनी कुमार गौतम तथा उसकी कथित पत्नी निर्मला देवी इस क्षेत्र से फ रार हो गए, जिन्हें एस.आई.टी. टीम ने गिरफ्तार कर लिया है।

Related Story

Trending Topics

IPL
Chennai Super Kings

176/4

18.4

Royal Challengers Bangalore

173/6

20.0

Chennai Super Kings win by 6 wickets

RR 9.57
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!