Edited By Kuldeep, Updated: 21 Aug, 2024 08:35 PM
हिमाचल में मानसून धीमा पड़ गया है। बुधवार को प्रदेश के अधिकांश क्षेत्रों में बादल छाए रहे, वहीं राजधानी शिमला सहित कुछेक क्षेत्रों में दिन को धूप भी खिली रही।
शिमला (राजेश): हिमाचल में मानसून धीमा पड़ गया है। बुधवार को प्रदेश के अधिकांश क्षेत्रों में बादल छाए रहे, वहीं राजधानी शिमला सहित कुछेक क्षेत्रों में दिन को धूप भी खिली रही। मौसम विभाग के अनुसार आगामी 3 दिनों तक मानसून धीमा रहेगा और कहीं भी भारी बारिश होने की आशंका नहीं है। केवल कुछेेक स्थानों पर हल्की व मध्यम वर्षा होने के आसार हैं। वहीं विभाग ने 25 से 27 अगस्त तक प्रदेश में गरज-चमक व तूफान के साथ भारी वर्षा होने की चेतावनी दी है। इसे लेकर मैदानी व मध्यपर्वतीय क्षेत्रों में यैलो अलर्ट जारी किया गया है।
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के निदेशक डा. कुलदीप श्रीवास्तव ने कहा कि 22, 23 व 24 अगस्त को मौसम खराब बना रहेगा, लेकिन इस दौरान भारी वर्षा को लेकर किसी तरह का कोई अलर्ट जारी नहीं किया गया है। 25, 26 व 27 अगस्त को मानसून की सक्रियता से कुछ स्थानों पर बादल गर्जन के साथ यैलो अलर्ट रहेगा। उन्होंने प्रदेश वासियों और बाहर से आने वाले सैलानियों से अपील की है कि वे अलर्ट वाले दिन आवश्यक यात्रा करने से बचें और नदी-नालों के समीप न जाएं। सैलानी भ्रमण के दौरान भूस्खलन संभावित स्थानों की तरफ जाने से भी परहेज करें।
पालमपुर में सर्वाधिक 56 मिलीमीटर बारिश दर्ज
पिछले 24 घंटों में मानसून के धीमे रहने से बारिश में कमी आई है। कांगड़ा जिले के पालमपुर में सर्वाधिक 56 मिलीमीटर वर्षा दर्ज हुई है। इसके अलावा बिलासपुर के नयना देवी में 28 व बरठीं में 23, धर्मशाला व पच्छाद में 15-15, जोगिंद्रनगर में 11, नाहन में 9 और डल्हौजी में 7 मिलीमीटर वर्षा हुई है।
जुलाई में कम बरसे बादल, अगस्त में सामान्य से अधिक वर्षा
विभाग के अनुसार प्रदेश में मानसून 27 जून को बरसना शुरू हुआ था। जुलाई माह में मानसून की सामान्य से करीब 28 प्रतिशत कम बारिश हुई, जबकि अगस्त महीने में मानसून सामान्य से 9 प्रतिशत अधिक बरसा है। इस माह खूब जमकर बारिश हुई और कई जिलों में बाढ़ व भूस्खलन ने तबाही मचाई। 31 जुलाई की मध्यरात्रि शिमला, कुल्लू और मंडी जिलों में बादल फटने से जानमाल को भारी नुक्सान पहुंचा था।