Edited By Vijay, Updated: 14 Sep, 2019 07:49 PM
करीब 350 साल पुराने ऐतिहासिक शहर नाहन को जल्द ही अब एक नई पहचान मिलेगी। एशियन डिवैल्पमैंट बैंक के तहत नाहन शहर को विकसित किया जाएगा। शनिवार को एशियन डिवैल्पमैंट की टीम नाहन पहुंची। शहर को विकसित करने के मद्देनजर टीम का यह दौरा महत्वपूर्ण माना जा रहा...
नाहन (सतीश): करीब 350 साल पुराने ऐतिहासिक शहर नाहन को जल्द ही अब एक नई पहचान मिलेगी। एशियन डिवैल्पमैंट बैंक के तहत नाहन शहर को विकसित किया जाएगा। शनिवार को एशियन डिवैल्पमैंट की टीम नाहन पहुंची। शहर को विकसित करने के मद्देनजर टीम का यह दौरा महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
नाहन में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए होंगे हरसंभव प्रयास
जिला मुख्यालय नाहन में एडीबी की टीम के साथ स्थानीय प्रशासन व शहर के जनप्रतिनिधियों की एक बैठक आयोजित हुई, जिसकी अध्यक्षता हिमाचल विधानसभा अध्यक्ष डॉ. राजीव बिंदल ने की। उन्होंने कहा कि नाहन शहर को भविष्य में धरोहर नगरी के रूप में पहचान मिले, इस तरह के प्रयास शहर को विकसित करने की दिशा में सरकार द्वारा किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि मुख्य रूप से नाहन में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं ताकि लोगों को अधिक से अधिक रोजगार मिल सके।
एशियन डिवैल्पमैंट बैंक के सदस्यों ने किया ऐतिहासिक धरोहरों का दौरा
बैठक के बाद हिमाचल विधानसभा अध्यक्ष की देखरेख में एशियन डिवैल्पमैंट बैंक तथा आईडी आईपीटी के सदस्यों ने संयुक्त रूप से शहर की विभिन्न ऐतिहासिक धरोहरों नाहन फाऊंड्री, काली स्थान तालाब, लाल कोठी, पक्का तालाब रानीताल आदि का दौरा किया तथा पर्यटन की दृष्टि से विकसित किए जाने वाली संभावनाओं को तलाशा। विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि ऐतिहासिक फाऊंड्री को क्राफ्ट दिल्ली के रूप में विकसित किया जा रहा है, जिससे फाऊंड्री को एक नई पहचान मिलेगी।
शहर को विकसित करने में 50 करोड़ की राशि होगी खर्च
शहर को विकसित करने का सारा प्रोजैक्ट अगर सिरे चढ़ता है तो इस पर करीबन 50 करोड़ की राशि खर्च की जाएगी और निश्चिततौर पर इससे ऐतिहासिक शहर नाहन को एक नई पहचान मिलेगी।