Edited By Vijay, Updated: 26 Sep, 2024 09:34 PM
मानसून ने हिमाचल से रुखसत होने से पहले ही एक बार फिर से गहरे जख्म दे दिए हैं।
शिमला (संतोष): मानसून ने हिमाचल से रुखसत होने से पहले ही एक बार फिर से गहरे जख्म दे दिए हैं। सामान्यता 24 सितम्बर को मानसून की विदाई हो जाती थी और बीते वर्ष 6 अक्तूबर को मानसून हिमाचल से विदा हुआ था, लेकिन इस बार अभी मानसून के विदा होने का कोई अंदेशा नहीं है, लेकिन इससे पहले ही मानसून ने तबाही मचा डाली है। शिमला में 35, धौलाकुआं में 26.5 और कांगड़ा में 9 मिलीमीटर वर्षा हुई है, जबकि पिछले 24 घंटों में धौलाकुआं में 27, पांवटा में 17, गुलेर में 13 सैंटीमीटर मेघ बरसे हैं।
सतौन के पास सुबह बंद रहा एनएच 707
सतौन के पास एनएच 707 सुबह बंद रहा, जिससे लोगों को आवाजाही में भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा। हालांकि शाम तक इसे यातायात के लिए बहाल कर दिया गया है। हमीरपुर जिले में देर रात भारी बारिश के चलते यहां पर सड़क में जलभराव हुआ है। शिमला में खलीणी के पास एक कार मलबे की जद में आ गई।
सोलन जिला के तहत वीरवार को कालका-शिमला एनएच-05 पर लगातार भूस्खलन का सिलसिला जारी रहा। तंबू मोड़ और चक्की मोड़ के समीप लगातार पत्थर व मलबा गिर रहा है। इससे बीच-बीच में आवाजाही पर ब्रेक लग गई वहीं सोलन से कैथलीघाट के बीच भी यही हाल बना रहा। शाम तक प्रदेश के सभी एनएच यातायात के लिए बहाल रहे।
ऑरैंज अलर्ट के बाद अब दो दिन रहेगा यैलो अलर्ट
मौसम विभाग के अनुसार गुरुवार को प्रदेश में भारी बारिश का ऑरैंज अलर्ट जारी किया गया था। शुक्रवार को ऑरैंज अलर्ट के बाद आगामी दो दिनों तक यैलो अलर्ट रहेगा और शुक्रवार को प्रदेश के 7 जिलों शिमला, सिरमौर, कांगड़ा, चम्बा, सोलन, कुल्लू व मंडी में हल्के से मध्यम फ्लश फ्लड का अलर्ट जारी किया गया है।
मानसून सीजन में राज्य को अब तक 1332.88 करोड़ रुपए का नुक्सान हो चुका है, जिसमें लोक निर्माण विभाग को 633.21 करोड़, जलशक्ति विभाग को 513.58 करोड़, बागवानी विभाग को 139.95 करोड़ रुपए की चपत लग चुकी है।
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