Edited By Vijay, Updated: 16 Sep, 2020 03:42 PM
काेरोना ने जहां दुनियां को सामाजिक मूल्यों के साथ-साथ सीमित साधनों में रहने की सीख दी है वहीं बेरोजगारी की हालत में लाचार लोगों को सामाजिक सरोकार से भी दूर कर दिया है।
बरठीं (देसराज): काेरोना ने जहां दुनियां को सामाजिक मूल्यों के साथ-साथ सीमित साधनों में रहने की सीख दी है वहीं बेरोजगारी की हालत में लाचार लोगों को सामाजिक सरोकार से भी दूर कर दिया है। किस्सा है गाहर पंचायत के गांव पध्याण का, जहां किसी ने ठाई मंदिर के श्रद्धा स्वरूप रखे गल्ले पर हाथ साफ कर लिए। गांव के एक वरिष्ठ व्यक्ति चंद्रशेखर शुक्ला ने बताया कि गल्ले में राशि कोई ज्यादा नहीं थी लेकिन फि र भी अंदाजा लगाया जा सकता है कि आज का हमारा सामाजिक परिवेश की क्या दशा बन चुकी है और किस दिशा में जा रहा है। उन्होंने पुलिस से भी पंचायत के भीतर लगातार गश्त लगाने की मांग की है ताकि नशे के मकडज़ाल में फंसती जा रही युवा पीढ़ी पर नजर रखी जा सके।