Edited By Vijay, Updated: 03 Nov, 2019 05:22 PM
समग्र शिक्षा अभियान (एसएसए) ने वर्ष 2020-21 के एनुअल प्लान की तैयारी शुरू कर दी है। इसके तहत विभाग ने जिलों को बजट डिमांड भेजने के निर्देश दिए हैं ताकि समय पर समग्र शिक्षा अभियान एनुअल बजट को लेकर अपना प्लान बना सके।
शिमला (प्रीति): समग्र शिक्षा अभियान (एसएसए) ने वर्ष 2020-21 के एनुअल प्लान की तैयारी शुरू कर दी है। इसके तहत विभाग ने जिलों को बजट डिमांड भेजने के निर्देश दिए हैं ताकि समय पर समग्र शिक्षा अभियान एनुअल बजट को लेकर अपना प्लान बना सके। इसके बाद ये बजट प्लान मानव संसाधन विकास मंत्रालय को भेजा जाएगा। गौर हो कि बीते वर्ष मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने प्रदेश का लगभग 1100 करोड़ के बजट प्लान को अपनी अप्रुवल दी थी। इसमें लगभग 300 करोड़ से अधिक की राशि प्रदेश को जारी भी हो चुकी है। इसमें शिक्षा की नई योजनाओं के साथ टीचर ट्रेनिंग का बजट भी शामिल किया गया है।
एनसीईआरटी अब हायर सैकेंडरी स्कूलों के शिक्षकों को देगी ट्रेनिंग
प्राथमिक शिक्षकों के बाद अब एनसीईआरटी के विशेषज्ञ हायर सैकेंडरी स्कूलों के शिक्षकों को भी ट्रेनिंग देंगे। इस ट्रेनिंग में शिक्षकों को ट्रेंड किया जाएगा। उन्हें छात्रों को नई टैक्नोलॉजी से कैसे पढ़ाना है, इस बारे बताया जाएगा। अभी एनसीईआरटी प्राथमिक व मिडिल स्कूलों के शिक्षकों को ट्रेनिंग दे रहा है। इसके बाद हायर सैकेंडरी स्कूलों के शिक्षकों को ये ट्रेनिंग देंगे।
पढ़ने-पढ़ाने की नई टैक्नाेलाेजी बारे ट्रेनिंग ले रहे शिक्षक
जानकारी के मुताबिक मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने इस वर्ष से शिक्षकों को ट्रेनिंग करवाना अनिवार्य किया है। मंत्रालय ने ये जिम्मा एनसीईआरटी को सौंपा है, जो बारी-बारी देश के राज्यों में जाकर शिक्षकों को ट्रेनिंग दे रहे हैं। बता दें कि प्रदेश में एनसीईआरटी के विशेषज्ञ पहली से आठवीं कक्षा तक के शिक्षकों कों पढ़ने-पढ़ाने की नई टैक्नाेलाेजी के बारे में ट्रेनिंग करवा चुके हैं।