Edited By Vijay, Updated: 17 Aug, 2019 08:13 PM
इंदौरा क्षेत्र में शनिवार रात से हो रही बारिश आफत लेकर आई है। यहां समीपवर्ती गांव घगवां में 2 लोगों के खड़पोश मकान गिर गए हैं जबकि 2 अन्य लोगों को कच्चे मकानों की दीवारों में दरारें आ गई हैं। जानकारी के अनुसार शनिवार शाम लगभग साढ़े 6 बजे सुखदेव...
इंदौरा (अजीज): इंदौरा क्षेत्र में शनिवार रात से हो रही बारिश आफत लेकर आई है। यहां समीपवर्ती गांव घगवां में 2 लोगों के खड़पोश मकान गिर गए हैं जबकि 2 अन्य लोगों को कच्चे मकानों की दीवारों में दरारें आ गई हैं। जानकारी के अनुसार शनिवार शाम लगभग साढ़े 6 बजे सुखदेव पुत्र सरनदास व शिव दयाल पुत्र मिलाप चंद के कच्चे खड़पोश मकानों की दीवारें गिर गईं। गनीमत यह रही कि उस समय घर का कोई भी सदस्य मकान के अंदर नहीं था अन्यथा कोई बड़ा हादसा हो सकता था। हालांकि उक्त दोनों घरों का जरूरी सामान मलबे के नीचे दबा हुआ है।
प्रभावित परिवारों को मुहैया करवाई तिरपाल
दूसरी ओर महिंद्र पाल व सीटू राम के घरों में भी दरार आ जाने से उन पर खतरा मंडरा रहा है। पंचायत उपप्रधान जगन कुमार ने मौके पर जाकर स्थिति का जायजा लिया व प्रशासन को इसकी सूचना दी। फिलहाल प्रशासन द्वारा प्रभावित परिवारों को तिरपाल मुहैया करवा दी गई है जबकि जिन घरों में दरारें आईं हैं, उनके बाशिंदों को एहतियातन सामान वहां से सुरक्षित स्थानों पर रखने व अंदर न सोने की सलाह दी गई है।
मलोट में धान की फसल को खतरा
उधर बारिश के कहर से बचने के लिए विभाग ने छौंछ खड्ड में तटीयकरण कार्य तो कुछ हद तक कर दिया लेकिन मलोट गांव के किसानों के लिए तटीयकरण के पास खड्ड के बाहरी जल की निकासी का कोई प्रबंध नहीं किया गया है, जिससे उनकी धान की फसल को नुक्सान हो सकता है। मलोट अड्डे के पास बाहरी जल ने तालाब का रूप धारण कर लिया है और यदि यही स्थिति बनी रही तो किसानों की धान की फसल के साथ-साथ पानी का रुख गांव की ओर मुडऩे से नुक्सान की आशंका है। खतरे की बात यह है कि खड्ड के पानी से ज्यादा पानी बाहर खड़ा हो गया है और यदि पानी सड़क में आया तो इंदौरा-पठानकोट मार्ग पूर्णतया अवरुद्ध हो सकता है।