Edited By Vijay, Updated: 10 Oct, 2019 09:21 PM
विपक्ष के नेता मुकेश अग्रिहोत्री ने विधानसभा अध्यक्ष डॉ. राजीव बिंदल को अपने पद से इस्तीफा देने के बाद भाजपा के पक्ष में चुनाव प्रचार में उतरने की चुनौती दी है। उन्होंने प्रैस को जारी बयान में कहा कि डॉ. बिंदल विधानसभा अध्यक्ष की बजाय भाजपा के...
धर्मशाला (सौरभ): विपक्ष के नेता मुकेश अग्रिहोत्री ने विधानसभा अध्यक्ष डॉ. राजीव बिंदल को अपने पद से इस्तीफा देने के बाद भाजपा के पक्ष में चुनाव प्रचार में उतरने की चुनौती दी है। उन्होंने प्रैस को जारी बयान में कहा कि डॉ. बिंदल विधानसभा अध्यक्ष की बजाय भाजपा के मंत्री की तरह व्यवहार कर रहे हैं। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष पद की एक गरिमा और मर्यादा होती है लेकिन डॉ. बिंदल ने इस संवैधानिक पद का घोर अपमान किया है।
भाजपा के कार्यक्रमों और रैलियों में सक्रिय रूप से भाग ले रहे बिंदल
उन्होंने कहा कि बिंदल पच्छाद विधानसभा हलके में भाजपा के कार्यक्रमों और रैलियों में सक्रिय रूप से भाग ले रहे हैं जोकि नैतिक तौर पर एकदम गलत है। उन्होंने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष को अपने दायित्व का निर्वहन करते हुए विधानसभा सचिवालय में बैठना चाहिए लेकिन वे पच्छाद उपचुनाव में भाजपा उम्मीदवार के लिए खुले तौर पर वोट मांग रहे हैं, जिसका कांग्रेस विरोध करती है। कांग्रेस पार्टी ने चुनाव आयोग से इसकी शिकायत की है और चुनाव आयोग तुरंत इसे लेकर कार्रवाई करे।
अगले विधानसभा सत्र में बिंदल के खिलाफ प्रस्ताव लाएगी कांग्रेस
उन्होंने कहा कि कांग्रेस अगले विधानसभा सत्र में विधानसभा अध्यक्ष राजीव बिंदल के खिलाफ प्रस्ताव लाकर उनसे इस मसले पर जवाब मांगेगी। उन्होंने आरोप लगाया कि डॉ. बिंदल पदभार संभालने के पहले ही दिन से राजनीतिक गतिविधियों में पूर्ण रूप से सक्रिय हैं जबकि विधानसभा अध्यक्ष का दायित्व पार्टी लाइन से ऊपर उठकर काम करना होता है। उन्होंने कहा कि ऐसा हिमाचल के राजनीतिक इतिहास में पहली बार हो रहा है कि विधानसभा अध्यक्ष जैसे संवैधानिक पद का मजाक बनाया जा रहा है।