Edited By Vijay, Updated: 18 Nov, 2019 11:05 AM
इंदिरा गांधी मैडीकल कॉलेज शिमला में रविवार को तीसरा किडनी ट्रांसप्लांट हुआ। पति की जिंदगी बचाने के लिए पत्नी ने अपनी किडनी दी। पिछले 2 केसों में मां और पिता ने अपने बच्चों को किडनी दान की थी लेकिन पहली बार पत्नी द्वारा किडनी दान की गई।
शिमला (तिलक राज): इंदिरा गांधी मैडीकल कॉलेज शिमला में रविवार को तीसरा किडनी ट्रांसप्लांट हुआ। पति की जिंदगी बचाने के लिए पत्नी ने अपनी किडनी दी। पिछले 2 केसों में मां और पिता ने अपने बच्चों को किडनी दान की थी लेकिन पहली बार पत्नी द्वारा किडनी दान की गई। कांगड़ा जिला के नगरोटा बगवां की रहने वाली 41 वर्षीय सीमा ने अपने 47 वर्षीय पति मंजीत को किडनी दी है।
ट्रांसप्लांट सुबह 8 बजे शुरू हुआ और 12 बजे तक चला। एम्स से ट्रांसप्लांट सर्जन डॉ. वीरेंद्र कुमार बंसल, एनैस्थीसिया विभागाध्यक्ष डॉ. राजेश्वरी, डॉ. कृष्णा और डॉ. उमेश की देखरेख में ट्रांसप्लांट हुआ। इंदिरा गांधी मैडीकल कॉलेज के एनैस्थीसिया विभाग के चिकित्सक ने ट्रांसप्लांट में सहयोग किया।
आईजीएमसी के वरिष्ठ चिकित्सा अधीक्षक डॉ. जनक राज ने बताया कि तीसरा किडनी ट्रांसप्लांट किया गया है। मंजीत और उसकी पत्नी सीमा की हालत ठीक है। आईजीएमसी शिमला में पहला किडनी ट्रांसप्लांट 12 अगस्त को हुआ था। अब और 10 किडनी ट्रांसप्लांट मुफ्त में किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि यहां ये सुविधा मिलने से लोगो को बड़ी राहत मिल रही है।