Edited By Vijay, Updated: 03 Feb, 2020 06:39 PM
गंभीर वित्तीय संकट से जूझ रही हिमाचल प्रदेश की जयराम सरकार ने एक ही महीने में दूसरी बार कर्ज लेने की अधिसूचना जारी कर दी है। बता दें कि सरकार ने एक फरवरी को 300 करोड़ रुपए का कर्ज लेने की अधिसूचना की थी। अब फिर से 3 फरवरी को 200 करोड़ रुपए का एक और...
शिमला: गंभीर वित्तीय संकट से जूझ रही हिमाचल प्रदेश की जयराम सरकार ने एक ही महीने में दूसरी बार कर्ज लेने की अधिसूचना जारी कर दी है। बता दें कि सरकार ने एक फरवरी को 300 करोड़ रुपए का कर्ज लेने की अधिसूचना की थी। अब फिर से 3 फरवरी को 200 करोड़ रुपए का एक और कर्ज लिया जा रहा है। हिमाचल सरकार फरवरी माह में कुल 500 करोड़ रुपए का कर्ज लेगी। वित्त विभाग ने कर्ज की अधिसूचना जारी की है।
5 फरवरी को सरकार के खाते में आएगी धनराशि
4 फरवरी को कर्ज संबंधी औपचारिकताएं रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया की मुबंई शाखा से पूरी की जाएंगी और 5 फरवरी को सरकार के खाते में धनराशि आएगी। इससे पहले एक फरवरी को सरकार ने 300 करोड़ रुपए के कर्ज की अधिसूचना जारी की है। इसकी औपचारिकताएं भी 4 फरवरी को ही पूरी होंगी और 5 फरवरी को कर्ज की राशि सरकार के खाते में आएगी। जनवरी माह में भी सरकार ने 500 करोड़ रुपए का कर्ज लिया है। सरकार की स्टॉक सिक्योरिटीज की एवज में 8 वर्ष के लिए कर्ज लिया जाएगा।
10 साल के लिए लिया 300 करोड़ का कर्ज
300 करोड़ रुपए का कर्ज 10 साल के लिए लिया गया है। वित्त विभाग की ओर से जारी इस कर्ज को स्टेट डिवैल्मेंट लोन नाम दिया गया है यानी विकास कार्यों को गति देने के लिए कर्ज लिया जा रहा है। दोनों नोटिफिकेशन 31 जनवरी की हैं। हालांकि इन्हें अलग-अलग तारीख को जारी किया गया है।
प्रदेश पर चढ़ा 53 हजार करोड़ का कर्ज
हिमाचल प्रदेश पर कर्ज का आंकड़ा अब तक 53 हजार करोड़ रुपए हो चुका है। कांग्रेस सरकार के कार्यकाल के अंत में 46 हजार करोड़ का कर्ज था जो अब 53 हजार करोड़ पहुंच गया है। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के नियमों के तहत सरकार कुल सकल घरेलू उत्पाद का 3 प्रतिशत तक साल में कर्ज उठा सकती है। अब तक जयराम सरकार 6 हजार करोड़ रुपए के करीब कर्ज ले चुकी है।