Edited By Vijay, Updated: 19 Oct, 2019 07:27 PM
हिमाचल प्रदेश में जंगली जानवरों की वजह से हर साल किसानों की हजारों बीघा भूमि में बीजी गई फसल को नुक्सान होता है। जंगली जानवरों से फसलों को बचाने के लिए किसानों द्वारा खेतों में कई प्रकार के गैर-कानूनी उपकरणों का इस्तेमाल किया जाता है लेकिन इन...
सुंदरनगर (नितेश सैनी): हिमाचल प्रदेश में जंगली जानवरों की वजह से हर साल किसानों की हजारों बीघा भूमि में बीजी गई फसल को नुक्सान होता है। जंगली जानवरों से फसलों को बचाने के लिए किसानों द्वारा खेतों में कई प्रकार के गैर-कानूनी उपकरणों का इस्तेमाल किया जाता है लेकिन इन उपकरणों का उपयोग जानवरों के साथ-साथ अब इंसानों पर भी भारी पड़ने लग गया है। ताजा घटनाक्रम में सुंदरनगर उपमंडल के बटवाड़ा क्षेत्र के नरेश कुमार पुत्र धनीराम निवासी गांव रहोल, तहसील सुंदरनगर, जिला मंडी ने आम रास्ते में जानवर को पकडऩे वाली कड़की लगाकर इंसानी जिंदगी को खतरे में डालने को लेकर थाना प्रभारी सुंदरनगर को शिकायत प्रेषित की है।
पैदल रास्ते में लगाई गई थी कड़की
जानकारी देते हुए शिकायतकर्ता ने कहा कि वह करला से बटवाड़ा पैदल रास्ते से आ रहा था। इसी दौरान कांडी गली में आरोपी किरपा राम द्वारा आम रास्ते में लोगों के जीवन को खतरे में डालकर जानवरों को पकडऩे वाली कड़की लगाई गई थी। उसने कहा कि जैसे ही उसका पैर उस कड़की पर पड़ा तो सौभाग्यवश ही उसका पैर कड़की बंद होने से कटने से बच गया। नरेश कुमार ने आरोपी किरपा राम के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई करने की गुहार लगाई है।
क्या बोले डीएसपी सुंदरगर
मामले पर डीएसपी सुंदरनगर गुरबचन सिंह ने कहा कि शिकायतकर्ता द्वारा जानवरों को पकडऩे में लाई जाने वाली कड़ाकी को रास्ते पर लगाने की शिकायत थाना सुंदरनगर में दी गई है। आगामी कार्रवाई के लिए शिकायत पत्र को पुलिस चौकी सलापड़ को प्रेषित कर दिया गया है। मामले में जांच कर सख्त कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।