Edited By Simpy Khanna, Updated: 18 Sep, 2019 03:08 PM
सिरमौर के नोहरधार में सरकार की बेरुखी से नाराज लोगों ने अब खुद ही श्रमदान कर रास्ता बनाने में जुट गए हैं। सरकार ने लोगों के लिए सड़क बनाने का आश्वासन दिया था मगर सड़क तो दूर इन लोगों के लिए सरकार पगडंडी तक नहीं बन पाई।रास्ता बनाने मे जुटे यह लोग...
नाहन (सतीश शर्मा) : सिरमौर के नोहरधार में सरकार की बेरुखी से नाराज लोगों ने अब खुद ही श्रमदान कर रास्ता बनाने में जुट गए हैं। सरकार ने लोगों के लिए सड़क बनाने का आश्वासन दिया था मगर सड़क तो दूर इन लोगों के लिए सरकार पगडंडी तक नहीं बन पाई।रास्ता बनाने मे जुटे यह लोग सिरमौर की नोहराधार पंचायत के हैं जहां दशकों बाद भी पंचायत के चाबधार व पाईंजल गांव को सड़क सुविधा नहीं मिल पाई है।
लोगों ने सड़क की मांग को लेकर अगस्त 2018 में नोहराधार से लेकर शिमला तक करीब 120 किलोमीटर लम्बा पैदल मार्च निकाला था, तो सीएम ने आश्वासन दिया था कि जल्द गांव के लिए 4 किलोमीटर लंबी सड़क का निर्माण पूरा किया जाएगा। मगर आज तक सड़क नहीं बन पाई। हां चुनावी समय में काम शुरू जरूर हुआ था, मगर चुनाव बीतते ही निर्माण कार्य बंद हो गया।
स्थानीय निवासी ने बताया कि इस गांव को जाने के लिए रास्ता बदहाल है। लोगों ने सड़क बनने की उम्मीद तो छोड़ दी है इसलिए खुद ही पगडंडी बनाने में जुट गए हैं। कुछ ग्रामीण तो कुछ यहां से गुजरने वाले स्कूली बच्चे पगडंडी के निर्माण कार्य में जुट जाते हैं। लोगों का कहना है कि पथरीले व ऊबड़खाबड़ रास्ते से गुजरने में भारी दिक्कतें पेश आती है। स्कूली बच्चों का भी कहना है बदहाल रास्ते को पार करने में लम्बा वक्त लग जाता है। कुल मिलाकर एक बार फिर यहां सरकार की वादाखिलाफी देखने को मिल रही है जिसका खामियाजा यहां के लोगों को भुगतना पड़ रहा है।