Edited By Vijay, Updated: 06 Feb, 2020 05:13 PM
समरहिल चौक में भगत सिंह और स्वामी विवेकानंद की मूर्ति लगाने को लेकर सियासत गरमा गई है। बुधवार को जहां एबीवीपी ने नगर निगम की महापौर का घेराव कर जल्द स्वामी विवेकानंद की प्रतिमा लगाने और समरहिल चौक का नाम स्वामी विवेकानंद चौक रखने की मांग की है, वहीं...
शिमला (तिलक राज): समरहिल चौक में भगत सिंह और स्वामी विवेकानंद की मूर्ति लगाने को लेकर सियासत गरमा गई है। बुधवार को जहां एबीवीपी ने नगर निगम की महापौर का घेराव कर जल्द स्वामी विवेकानंद की प्रतिमा लगाने और समरहिल चौक का नाम स्वामी विवेकानंद चौक रखने की मांग की है, वहीं वीरवार को नौजवान जनवादी सभा (डीवाईएफआई) और एसएफआई ने नगर निगम के महापौर कार्यालय में जाकर महापौर का घेराव किया और नारेबाजी भी की। इस दौरान उन्होंने 23 मार्च तक भगत सिंह की मूर्ति लगाने का अल्टीमेटम दिया। यदि नगर निगम इन दिनों के बीच में भगत सिंह और स्वामी विवेकानंद की प्रतिमा नहीं लगता है तो नगर निगम कार्यालय में उग्र आंदोलन करने की चेतावनी दी।
अखिल भारतीय जनवादी नौजवान सभा के सचिव चंद्रकांत ने कहा कि पिछले कई वर्षों से समरहिल चौक पर भगत सिंह की मूर्ति लगाने की बात कर रहे हैं। 2015 में मूर्ति लगाने के लिए 9 लाख की राशि का प्रावधान भी किया गया है लेकिन नगर निगम मूर्ति लगाने को लेकर आनाकानी कर रहा है। बीते माह भी नगर निगम की महापौर को ज्ञापन सौंपा गया था और उन्होंने जल्द मूर्ति लगाने का आश्वसन दिया था।
उन्होंने कहा कि मूर्ति लगाने के लिए एबीवीपी राजनीति कर रही है लेकिन दोनों ही नेताओं की मूर्तियां चौक पर लगाई जानी चाहिए और इस चौक का नाम नहीं बदला जाना चाहिए। वहीं इस दौरान उन्होंने नगर निगम को चेतवानी देते हुए कहा कि 23 मार्च तक मूर्ति नहीं लगाई जाती है तो नगर निगम कार्यालय में ही धरना दिया जाएगा।