Edited By Vijay, Updated: 08 Oct, 2019 09:14 PM
शिमला के तहत आने वाले क्षेत्र सुन्नी के बंसतपुर महाकाल मंदिर में समाधि में लीन हुए बाबा स्वर्ग नहीं उज्जैन में प्रकट हुए हैं। बाबा की सच्चाई की पोल उसके चेले ने ही खोल दी है। सच्चाई यह है कि बाबा लोगों को चकमा देकर फरार हो गया है।
शिमला: शिमला के तहत आने वाले क्षेत्र सुन्नी के बंसतपुर महाकाल मंदिर में समाधि में लीन हुए बाबा स्वर्ग नहीं उज्जैन में प्रकट हुए हैं। बाबा की सच्चाई की पोल उसके चेले ने ही खोल दी है। सच्चाई यह है कि बाबा लोगों को चकमा देकर फरार हो गया है। भक्तों ने जहां बाबा को चमत्कार बताया था वहीं यह ढोंगी बाबा निकला है। यह बाबा उज्जैन में है। लोगों से पुलिस ने अपील की है कि बाबा के स्वर्ग जाने को लेकर अफवाह न फैलाएं। यह सब कुछ सही नहीं है। पुलिस को बाबा के एक चेले ने बताया है कि उसकी उससे बात हो गई है। वह उज्जैन में है। बाबा को लेने के लिए एक या दो दिन के अंदर स्थानीय लोगों की टीम उज्जैन जाएगी और उसे वापस सुन्नी लाया जाएगा।
बता दें कि बाबा देवेंद्र नाथ ने 9 दिन समाधि में लीन होने की बात अपने भक्तों को बताई थी। बाबा के फरार होने की सच्चाई का पता यहां से भी चलता है कि बाबा समाधि में लीन होने के लिए 5 फिट के एक गड्ढे में बैठे थे। जब बाबा गड्ढे के अंदर बैठे थे तो भक्तों ने गड्ढे के ऊपर प्लाई लगाई थी और ऊपर से मिट्टी डाली थी। गड्ढे के ऊपर नौ दिए जलाए गए थे। यहां पर रोजाना भक्त आते थे और दर्शन करते थे। 9 दिन बाद जब बाबा को गड्ढे से बाहर निकाला चाहा तो वह उसमें नहीं था।
बताया जा रहा है कि बाबा को रात के समय बाहर निकाल दिया गया होगा और वह उज्जैन चला गया। यहां पर यह साफ जाहिर है कि 5 फिट के गड्ढे के ऊपर जब प्लाई लगाई गई थी तो ऐसे में बाबा आसानी से बाहर भी निकल सकता है। यहां पर लोगों को सरेआम बेवकूफ बनाया गया। उल्लेखनीय है कि बीते दिन जब बाबा के गायब होने की बात सामने आई थी तो लोग अचंभे में पड़ गए थे।
डीएसपी सिटी शिमला दिनेश शर्मा ने बताया कि इस मामले को लेकर पुलिस कार्रवाई कर रही है। पुलिस को कुछ सूचना मिली है की वह उज्जैन में है। बाबा का असली पता लगने के बाद ही कुछ बताया जा सकता है। बाबा किस तरह से उज्जैन गया है इसका पता तो बाबा के मिलने के बाद ही चल पाएगा।