Edited By Vijay, Updated: 26 Sep, 2024 06:31 PM
राजधानी शिमला में वीरवार को हुई मूसलाधार बारिश से शहर का ड्रेनेज सिस्टम पूरी तरह से ध्वस्त दिखा। शहर में तेज बारिश से सड़कें और रास्ते तालाब बन गए। इससे स्कूल, काॅलेज और कार्यालय जाने वाले लोगों को परेशानी उठानी पड़ी।
शिमला (वंदना): राजधानी शिमला में वीरवार को हुई मूसलाधार बारिश से शहर का ड्रेनेज सिस्टम पूरी तरह से ध्वस्त दिखा। शहर में तेज बारिश से सड़कें और रास्ते तालाब बन गए। इससे स्कूल, काॅलेज और कार्यालय जाने वाले लोगों को परेशानी उठानी पड़ी। मूसलाधार बारिश से शहर में भूस्खलन हुए और पेड़ गिरे। इससे शहर की कई सड़कें बंद रहीं। वीरवार सुबह हुई बारिश से शहर के खलीनी बाईपास रोड पर पेड़ गिरने से सड़क यातायात के लिए काफी देर तक बंद रही। पेड़ गिरने से मलबा सड़क पर पहुंच गया। इसके साथ ही बिजली का एक पोल भी सड़क पर गिर गया। वहीं एक वाहन भी मलबे की चपेट में आ गया। इससे वाहन को काफी नुक्सान पहुंचा है। पेड़ गिरने की सूचना मिलने के बाद प्रशासन ने पेड़ को हटाने की प्रक्रिया शुरू की, जिसमें काफी वक्त लग गया। इससे लोगों को काफी परेशानी उठानी पड़ी।
मिनी कुफ्टाधार में हुआ भूस्खलन
वहीं शहर के मिनी कुफ्टाधार में बारिश के दौरान भूस्खलन होने से मलबा सड़क पर आ पहुंचा। इससे सड़क पर थोड़ी देर तक यातायात बाधित रहा। वीरवार सुबह हुई बारिश से शहर की नालियां और नाले बारिश के पानी और मिट्टी से ब्लॉक हो गए। इससे बारिश का पानी सड़कों व रास्तों पर बहने लगा, जिससे सड़कों पर काफी गंदगी फैल गई थी। निगम प्रशासन ने शहर में बारिश से बंद हुए नाले और नालियों को खोलने के आदेश दिए हैं। मौसम विभाग की ओर से अगले कुछ दिनों तक बारिश का अलर्ट जारी किया गया है, ऐसे में प्रशासन ने सफाई कर्मियों को फील्ड में तैनात कर बंद नालों को खोलने के निर्देश दिए हैं।
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