Edited By Vijay, Updated: 17 Sep, 2019 04:16 PM
नाहन शहर में इन दिनों हाईकोर्ट के आदेशों पर अवैध कब्जे हटाने का काम चल रहा है लेकिन शहर के कुछ लोग अवैध कब्जे को लेकर सवाल उठा रहे। लोगों का कहना है कि नगर परिषद द्वारा गरीब लोगों को निशाना बनाया जा रहा है और प्रभावशाली लोगों पर कोई कार्रवाई नहीं की...
नाहन (सतीश): नाहन शहर में इन दिनों हाईकोर्ट के आदेशों पर अवैध कब्जे हटाने का काम चल रहा है लेकिन शहर के कुछ लोग अवैध कब्जे को लेकर सवाल उठा रहे। लोगों का कहना है कि नगर परिषद द्वारा गरीब लोगों को निशाना बनाया जा रहा है और प्रभावशाली लोगों पर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है जबकि प्रभावशाली लोगों द्वारा भी भारी संख्या में अवैध कब्जे किए गए हैं। मामले को लेकर कुछ लोग मंगलवार को नगर परिषद कार्यालय पहुंचे और अपनी बात रखी। लोगों का कहना है कि कई सालों पहले उन्होंने अपने मकान बनाए हैं और नगर परिषद द्वारा ही उनको एन.ओ.सी. भी जारी की गई है, ऐसे में अब क्यों उनके मकानों को तोड़ा जा रहा है।
आत्मदाह की चेतावनी भी दे रहे लोग
अवैध कब्जे हटाए जाने को लेकर लोगों में रोष भी देखा जा रहा है। यहां तक कि कुछ लोग तो आत्मदाह की चेतावनी भी दे रहे हैं। लोगों का यह भी कहना है कि अपनी बात उच्च न्यायालय में रखने के लिए उन्हें समय दिया जाना चाहिए। लोगों का कहना है कि सरकार हर परिवार को छत दिलाने की बात करती है लेकिन अब बेवजह उनके बनाए आशियानों को तोड़ा जा रहा है।
नगर परिषद द्वारा दी गई एन.ओ.सी. पर नहीं की टिप्प्णी
उधर इस बारे में नगर परिषद के कार्यकारी अधिकारी अजमेर सिंह ठाकुर का कहना है कि हाईकोर्ट के आदेश अनुसार अवैध कब्जों पर कार्रवाई की जा रही है। वहीं जब उनसे यह सवाल पूछा गया कि जिन लोगों के मकान गिराए जा रहे हैं, उनको नगर परिषद द्वारा पहले एन.ओ.सी. कैसे दी गई, इस पर उन्होंने कोई टिप्पणी नहीं की और कहा कि यह सब पहले की बातें हैं।
नगर परिषद की कारगुजारी का खमियाजा भुगत रहे लोग
कुल मिलाकर कहीं न कहीं यहां अवैध कब्जे को लेकर नगर परिषद की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठते नजर आ रहे हैं क्योंकि यहां लोगों को नगर परिषद की कारगुजारी का भी खमियाजा भुगतना पड़ रहा है।