Edited By Simpy Khanna, Updated: 25 Aug, 2019 02:31 PM
विश्व विख्यात पर्यटन नगरी धर्मशाला स्थित दाडनू के निजी घर के कमरे में 250 से 300 वर्ष पुराना हाथ से लिखा गुरु ग्रन्थ साहिब गद्दी समुदाय से तालुक रखने वाले एक परिवार के पास मौजूद है।
धर्मशाला (नृपजीत निप्पी):विश्व विख्यात पर्यटन नगरी धर्मशाला स्थित दाडनू के निजी घर के कमरे में 250 से 300 वर्ष पुराना हाथ से लिखा गुरु ग्रन्थ साहिब गद्दी समुदाय से तालुक रखने वाले एक परिवार के पास मौजूद है।
लाहौर से पैदल सिर पर उठा कर लाए थे गद्दी समुदाय के लोग
हाथ से लिखे इस गुरु ग्रन्थ साहिब का इतिहास भी काफी रोचक है। जानकारी के अनुसार इस गुरु ग्रन्थ साहिब को गद्दी समुदाय के लोग कई वर्षों पूर्व पकिस्तान के लाहौर से सिर पर उठा कर पैदल चल कर धर्मशाला लाए थे।
ठुकरा दिए करोड़ों के ऑफर
हैरानी की बात है कि वैसे तो गद्दी समुदाय के लोगों में गुरु ग्रन्थ साहिब को लेकर ज्यादा मान्यता तो नहीं होती है। बाबजूद इसके गद्दी समुदाय का एक परिवार इसको संजोय रखा है।आस्था ऐसी है कि गुरु ग्रन्थ साहिब को खरीदने के लिए कई लोग आए और करोड़ों रूपए के ऑफर भी दिए लेकिन इस परिवार ने करोड़ों रुपए के आफर भी ठुकरा दिए है।
चोरी भी हो गया था यह गुरू ग्रन्थ साहिब
बता दें इस गुरु ग्रन्थ साहिब को कुछ समय पहले धर्मशाला के दाडनू में रखे गुरूद्वारे से चोरी भी कर लिया गया था। इसके बाद पुलिस मामला दर्ज कर गुरु ग्रन्थ साहिब को लुधियाणा से वापिस धर्मशाला लेकर आई थी। उसके बाद ही इस पुरातन गुरु ग्रन्थ साहिब को 250 से 300 वर्ष पुराने गुरूद्वारे से निकालकर निजी घर में रखा गया है, ताकि यह दोबारा चोरी ना हो सके।
गद्दी समुदाय के लोगों का कहना है कि इस गुरु ग्रन्थ साहिब को उनके पूर्वज पाकिस्तान लाहौर से लेकर आये थे और यह उसके परिवार का हिस्सा है इसे खरीदने के लिए कई लोग आते हैं और करोड़ों रूपए देने कि बात करते हैं।