Edited By Jinesh Kumar, Updated: 16 Oct, 2020 12:58 PM
ज्वालामुखी मंदिर में 17 अक्तूबर से शुरू हो रहे शारदीय नवरात्रों के दौरान कोरोना संकट के कारण इस बार न तो लंगर ही लग पाएंगे और न ही मंदिर में मुंडन संस्कार किए जा सकेंगे। ज्वालामुखी मंदिर में नवरात्रों के दौरान की जाने वाली व्यवस्थाओं को लेकर...
ज्वालामुखी (जोशी): ज्वालामुखी मंदिर में 17 अक्तूबर से शुरू हो रहे शारदीय नवरात्रों के दौरान कोरोना संकट के कारण इस बार न तो लंगर ही लग पाएंगे और न ही मंदिर में मुंडन संस्कार किए जा सकेंगे। ज्वालामुखी मंदिर में नवरात्रों के दौरान की जाने वाली व्यवस्थाओं को लेकर ज्वालामुखी का अतिरिक्त प्रभार संभाल रहे एसडीएम देहरा धनवीर ठाकुर ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा जारी एसओपी के तहत ही मंदिर में श्रद्घालुओं के लिए दर्शनों की व्यवस्था की जाएगी। उन्होंने बताया कि नवरात्रों के दौरान श्रद्घालुओं की भीड़ को नियंत्रित करने के दृष्टिïगत बस-स्टैंड पर यात्रियों के पंजीकरण के लिए तीन केंद्र खोले जाएंगे व उन्हें थर्मल जांच और निर्धारित सार्वजनिक दूरी के तहत ही दर्शनों के लिए भेजा जाएगा। एसडीएम धनवीर ठाकुर ने बताया कि नवरात्रों के शुभारंभ विधिवत झंडा पूजन की रस्म से किया जाएगा, जिसमें सार्वजनिक दूरी के नियमों का सख्ती से पालन किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि नवरात्रों के दौरान मंदिर पहुंचने वाले श्रद्घालुओं की संख्या के मद्देनजर सभी व्यवस्थाओं को अंतिम रूप दिया जा रहा है व संक्रमण से बचने को लेकर तमाम एहतियात किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि जिलाधीश राकेश कुमार प्रजापति के निर्देशों के अनुसार यात्रियों के लिए एसओपी के तहत अन्य व्यवस्थाएं की जाएंगी। ज्वालामुखी मंदिर में शारदीय नवरात्रों का विशेष महत्व है व नवरात्रों के दौरान बड़ी संख्या में नौनिहालों के मुंडन संस्कार की रस्म अदा करते हैं, लेकिन कोरोना संकट के कारण इस बार श्रद्घालुओं को मंदिर में मुंडन से वंचित होना पड़ेगा व अन्य राज्यों से आकर श्रद्घालुओं के लिए लंगर की व्यवस्था करने वाले दानी सज्जनों को भी निराश होना पड़ेगा।