Edited By Simpy Khanna, Updated: 20 Sep, 2019 12:44 PM
हिमाचल पथ परिवहन निगम के 3 डिपुओं पठानकोट, धर्मशाला व नगरोटा बगवां द्वारा एक संयुक्त अभियान में राष्ट्रीय राजमार्ग नं. 154 यानि पठानकोट से विभिन्न स्थानों पर चलने वाली उन निजी बसों पर दबिश दी गई जो बिना रूट परमिट व बिना समयसारिणी के ही एक नहीं बल्कि...
नूरपुर (ब्यूरो) : हिमाचल पथ परिवहन निगम के 3 डिपुओं पठानकोट, धर्मशाला व नगरोटा बगवां द्वारा एक संयुक्त अभियान में राष्ट्रीय राजमार्ग नं. 154 यानि पठानकोट से विभिन्न स्थानों पर चलने वाली उन निजी बसों पर दबिश दी गई जो बिना रूट परमिट व बिना समयसारिणी के ही एक नहीं बल्कि अनेक फेरे लगा रही थी। इन बसों के कथित रूप से चलने के कारण पथ परिवहन की बसों को आर्थिक क्षति उठानी पड़ रही थी।
इस मुहिम के तहत कंडवाल बैरियर पर ऐसी निजी बसों पर पथ परिवहन के उक्त डिपुओं के प्रबंधकों तथा परिवहन कर्मियों ने दबिश देकर पकड़ा। अधिकारिक सूत्रों के अनुसार इनमें एक ऐसी बस भी शामिल है जिसका रूट परमिट 2018 से भी पहले का एक्सपायर हो चुका है। इसके बावजूद यह बस पठानकोट-जसूर व आगे संबंधित स्टेशन तक कथित अवैध रूप से चल रही थी। पथ परिवहन सूत्रों का कहना है कि इनमें एक बस तो पठानकोट-जसूर रूट पर दिन को कई फेरे लगा रही थी।
इस प्रकार की किसी भी कवायद को रोकने के लिए सरकार के रीजनल ट्रांसपोर्ट आफिस (आर.अी.ओ.) के पास व्यापक अधिकार होते हैं तथा इस प्रकार के अवैध चलन को रोकना उनके अधिकार क्षेत्र में आता है, लेकिन अक्सर यह देखा गया है कि बिना रूट परमिट चलने वाली इस प्रकार की बसों को अंकुश लगाने की कथित जिम्मेदारी पथ परिवहन निगम को निभानी पड़ रही है। उल्लेखनीय है कि पथ परिवहन द्वारा इससे पहले भी कई बार इस प्रकार की कार्रवाई करके इन निजी बसों पर नुकेल लगाने की कवायद की गई है।