Edited By Vijay, Updated: 02 Nov, 2018 03:14 PM
क्षेत्रीय चिकित्सालय बिलासपुर में आने वाले मरीजों व तीमारदारों को दोपहर के भोजन के लिए मां दुर्गा लंगर समिति की ओर से चलाया जा रहा ‘लंगर’ एक अनुकरणीय पहल है।
बिलासपुर (मुकेश): क्षेत्रीय चिकित्सालय बिलासपुर में आने वाले मरीजों व तीमारदारों को दोपहर के भोजन के लिए मां दुर्गा लंगर समिति की ओर से चलाया जा रहा ‘लंगर’ एक अनुकरणीय पहल है। शुक्रवार को मां दुर्गा लंगर समिति ने क्षेत्रीय अस्पताल बिलासपुर में कार्यक्रम आयोजित कर जिलाधीश बिलासपुर विवेक भाटिया से इस लंगर का शुभारम्भ करवाया। इस मौके पर जिलाधीश ने कहा कि मां दुर्गा लंगर समिति द्वारा चिकित्सालय में उपचाराधीन मरीजों और उनके तीमारदारों को दोपहर का भोजन उपलब्ध करवाने की व्यवस्था परमार्थ कार्य है। उन्होंने कहा कि किसी भी शुभ कार्य को अच्छी भावना से आरंभ करने का प्रतिफल यह रहता है कि उस कार्य की पूर्ति के लिए दैवीय शक्तियां अपने आशीर्वाद और सहयोग से पूरा करती हैं। यही कारण है कि मां दुर्गा लंगर समिति द्वारा आरंभ किया गया साप्ताहिक भंडारा अब प्रतिदिन के लंगर में परिवर्तित हो गया है।
प्रतिदिन दोपहर 12:30 बजे आरंभ होगा लंगर
इस अवसर पर लंगर समिति के सदस्यों ने कहा कि उनके द्वारा चिकित्सालय में आने वाले मरीजों व तीमारदारों के लिए अब प्रतिदिन शुद्ध व वैष्णव भोजन दोपहर को उपलब्ध करवाया जाएगा। दोपहर 12:30 बजे यह लंगर आरंभ होगा और तैयार किए गए भोजन के समाप्त होने तक इसे वितरित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि स्थानीय प्रशासन व बिलासपुर के निवासियों का उन्हें भरपूर सहयोग प्राप्त हो रहा है, जिसके चलते प्रतिदिन चिकित्सालय में आने वाले रोगियों व उनके तीमारदारों को दोपहर के भोजन की व्यवस्था की जा रही है।
रात्रि भोजन और नाश्ते की व्यवस्था भी होगी शुरू
उन्होंने बताया कि भविष्य में अगर इसी प्रकार से कर्मचारियों व बिलासपुरवासियों का सहयोग प्राप्त होता रहा तो मरीजों व उनके तीमारदारों के लिए दोपहर के भोजन के अतिरिक्त रात्रि भोजन व सुबह के नाश्ते की भी व्यवस्था आरंभ की जाएगी। समिति सदस्यों ने लोगों से आह्वान किया कि धर्मार्थ महायज्ञ में वे अधिक से अधिक अपनी आहूतियां अर्पित करें ताकि सुचारू रूप से लोगों को भोजन उपलब्ध करवाया जा सके।