Edited By Vijay, Updated: 25 Jan, 2020 11:09 PM
कौन फन्ने खां है और कौन नहीं, यह जनता तय करेगी। मुख्यमंत्री इसकी चिंता न करें। मुख्यमंत्री यह बताएं कि आखिर उनकी उपलब्धि क्या है? सिर्फ हैलीकॉप्टर में घूमना और कागजों में काम करना। यह बात नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने विधायक मिलन कार्यक्रम के...
हरोली (ब्यूरो): कौन फन्ने खां है और कौन नहीं, यह जनता तय करेगी। मुख्यमंत्री इसकी चिंता न करें। मुख्यमंत्री यह बताएं कि आखिर उनकी उपलब्धि क्या है? सिर्फ हैलीकॉप्टर में घूमना और कागजों में काम करना। यह बात नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने विधायक मिलन कार्यक्रम के तहत शनिवार को बीटन पंचायत में आयोजित एक कार्यक्रम में संबोधित करते हुए कही।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को गलतफहमी हो गई है, इसलिए वह हर कार्य को अपनी सरकार की उपलब्धि मानकर चल रहे हैं। इसका उदाहरण झंडमंच भी है। अब तो मुख्यमंत्री भी अधिकारियों को धमकाने का काम कर रहे हैं जबकि इन्वैस्टर मीट दिल बहलाने का ख्याल तो अच्छा हो सकता है लेकिन इसके समझौतों पर मुख्यमंत्री अगर नजर दौड़ाएंगे तो उन्हें स्वयं असलियत पता चल जाएगी कि किस प्रकार समझौतों का खेल खेला गया है, हमारे पास हर दस्तावेज मौजूद है, ऐसे में मुख्यमंत्री ख्याली पुलाव बनाना छोड़कर सच्चाई का जीवन जीएं।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री धमकी भरे शब्दों का प्रयोग करना छोड़ दें क्योंकि कांग्रेस का नेतृत्व धमकियों से डरता नहीं है। उन्होंने कहा कि प्रदेश लगातार कर्ज की ओर बढ़ रहा है। आखिर कर्ज कब रुकेगा? कैसे कर्ज उतारा जाएगा, इस पर मंथन करने की जरूरत है। प्रदेश सरकार का इस ओर ध्यान नहीं है इसलिए लगातार कर्ज पर कर्ज लिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि शिक्षा, सड़क व स्वास्थ्य जैसी मूलभूत सुविधाओं की कमी खल रही है। इस पर जवाब दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि अवैध खनन जिस प्रकार से बढ़ गया है, माफिया लूट मचा रहा है, इस पर सरकार को जवाब देना चाहिए।
उन्होंने कहा कि हम सवाल पूछते हैं तो मुख्यमंत्री को दर्द होता है। जवाब नहीं देते बल्कि धमकी देते हैं लेकिन मुख्यमंत्री यह बात समझ लें कि कांग्रेस पार्टी सवाल पूछने से पीछे नहीं हटेगी और आने वाले दिनों में सड़कों पर उतरना पड़ेगा तो सड़कों पर उतर कर सवाल पूछेगी। जवाब तो मुख्यमंत्री को देना ही पड़ेगा। इस दौरान उन्होंने पंचायत में सामुदायिक भवन के निर्माण के लिए 10 लाख रुपए की राशि विधायक निधि से जारी करने के निर्देश दिए।