Edited By Vijay, Updated: 09 Aug, 2019 10:36 PM
सामाजिक सुरक्षा पैंशन का 1 करोड़ 40 लाख के करीब पैसा डकारने के चर्चित मामले में शुक्रवार को पुलिस थाना जोगिंद्रनगर में एफआईआर दर्ज की गई। यह एफआईआर निदेशक समाज कल्याण विभाग हिमाचल प्रदेश से आए आदेशों के बाद जिला कल्याण अधिकारी मंडी द्वारा करवाई गई।
मंडी (नीरज): सामाजिक सुरक्षा पैंशन का 1 करोड़ 40 लाख के करीब पैसा डकारने के चर्चित मामले में शुक्रवार को पुलिस थाना जोगिंद्रनगर में एफआईआर दर्ज की गई। यह एफआईआर निदेशक समाज कल्याण विभाग हिमाचल प्रदेश से आए आदेशों के बाद जिला कल्याण अधिकारी मंडी द्वारा करवाई गई। गौरतलब है कि वर्ष 2017 के अंत में एक मामला जोगिंद्रनगर में अतर्जातीय विवाह की मिलने वाली प्रोत्साहन राशि को लेकर आया था। सुनीता पत्नी रिंकू को जब अपनी अंतर्जातीय शादी की मिलने वाली प्रोत्साहन राशि समय अवधि बीत जाने पर भी नहीं मिली तो उसने शिकायत दर्ज करवाई।
सरकार के आदेश पर हुई कार्रवाई
विभाग ने जब सरसरी तौर पर मामला देखा तो पाया कि सुनीता को तो कागजों में राशि दी जा चुकी है मगर वास्तव में उसे नहीं मिली थी। इस पर जब मामले की परतें उधेड़ीं गईं तो यह करोड़ों का गोलमाल निकला। अगस्त, 2018 में जिला स्तर पर इसकी जांच करवाई गई तो यह गोलमाल लगभग सवा करोड़ से उपर चला गया। बाद में मामला सुर्खियों में आने से राज्य स्तर की टीम ने इसकी जांच की तो गोलमाल 1 करोड़ 40 लाख के आसपास पाया गया। कई तरह के दबाव के चलते अब तक इस पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई लेकिन जब मामला फिर से सुर्खियों में आने लगा तो सरकार ने इस पर तत्काल कार्रवाई करने के आदेश निदेशक सामाजिक कल्याण विभाग को दिए, जिसके चलते शुक्रवार को यह मामला जोगिंद्रनगर में दर्ज हो गया।
तत्कालीन तहसील कल्याण अधिकारी को बनाया आरोपी
यह एफआईआर तत्कालीन तहसील कल्याण अधिकारी के खिलाफ हुई है जो अभी भी एक उच्च पद पर कार्यरत हैं। इस बारे में जब जिला कल्याण अधिकारी लेख राज वैद्य से संपर्क किया गया तो उन्होंने कहा कि इस बारे में निदेशक ही अधिकारिक सूचना दे सकते हैं। उन्होंने मामले की एफआईआर जोगिंद्रनगर थाने में दर्ज किए जाने की पुष्टि की है। सामाजिक पैंशन में गोलमाल करने का यह प्रदेश का सबसे बड़ा मामला माना जा रहा है।