Edited By Vijay, Updated: 03 Sep, 2019 09:48 PM
एसएफआई राज्य कमेटी के आह्वान पर हिमाचल प्रदेश के विभिन्न महाविद्यालयों में भीख मांग कर चंदा इकट्ठा कर विधायकों के भत्तों में कई गई बढ़ौतरी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया गया।
शिमला (योगराज): एसएफआई राज्य कमेटी के आह्वान पर हिमाचल प्रदेश के विभिन्न महाविद्यालयों में भीख मांग कर चंदा इकट्ठा कर विधायकों के भत्तों में कई गई बढ़ौतरी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया गया। एसएफआई का कहना है कि हिमाचल प्रदेश तकरीबन 50 हजार करोड़ के करीब कर्जे में डूबा हुआ है लेकिन इसके बावजूद हिमाचल सरकार ने अपने विधायकों के भत्तों में बेतहाशा वृद्धि की है, जोकि सही निर्णय नहीं है।
एसएफआई ने कहा कि भारतीय संविधान में कल्याणकारी राज्य का सिद्धांत अंकित किया गया है लेकिन सरकार कल्याणकारी राज्य के सिद्धांत को भूल कर विधायकों के कल्याण में व्यस्त है। एसएफआई ने कहा कि प्रदेश सरकार को किसानों-मजदूरों, बेरोजगारों व समाज के आर्थिक रूप से पिछड़े तबके के लिए कदम उठाने चाहिए थे लेकिन वे इसमें नाकाम रही है और अपने विधायकों के भत्तों में लगातार बढ़ौतरी कर रही है, जिसका एसएफआई पुरजोर विरोध करती है।