Edited By Vijay, Updated: 22 Aug, 2025 04:22 PM

मछली के शौकीन लोगों को अब मत्स्य आखेट के दौरान लगने वाले प्रतिबंध के दौरान मछली के स्वाद से महरूम नहीं रहना पड़ेगा।
बिलासपुर (बंशीधर) : मछली के शौकीन लोगों को अब मत्स्य आखेट के दौरान लगने वाले प्रतिबंध के दौरान मछली के स्वाद से महरूम नहीं रहना पड़ेगा। जानकारी के अनुसार इसके लिए बिलासपुर में प्रदेश का पहला फिश कोल्ड स्टोरेज तैयार किया जा रहा है, ताकि मछली के शौकीनों को सालभर मछली खाने को मिल सके। इस कोल्ड स्टोरेज में लगभग 50 टन मछली को एक वर्ष तक सुरक्षित रखा जा सकेगा। इस परियोजना पर करीब 1.50 करोड़ रुपए की लागत आएगी, जिसके लिए मत्स्य पालन विभाग द्वारा 60 लाख रुपए की सबसिडी प्रदान की जाएगी। यह कोल्ड स्टोरेज बिलासपुर शहर के बामटा में बनाया जा रहा है।
बिलासपुर जिला गोबिंद सागर झील के किनारे स्थित है और यहां से बड़ी मात्रा में मछली अन्य जिलों को भी भेजी जाती है। प्रदेश में हर साल 15 जून से 15 अगस्त तक मछली आखेट पर प्रतिबंध रहता है। इस दौरान मछली प्रेमियों को ताजी मछली नहीं मिल पाती, जबकि कई बार मछुआरे ज्यादा मछली का शिकार कर लेते हैं, जो समय पर बिक नहीं पाती और उनका नुक्सान हो जाता है। ऐसे हालात से निपटने के लिए बिलासपुर में कोल्ड स्टोरेज निर्माण का फैसला लिया गया है। इस स्टोरेज में मछली को सुरक्षित रखने के लिए आधुनिक तकनीक का प्रयोग किया जाएगा। इसमें 2 ब्लास्टर एसी लगाए जाएंगे और तापमान माइनस 7 से माइनस 15 डिग्री सैल्सियस तक रखा जाएगा।
सहायक निदेशक, मत्स्य विभाग बिलासपुर पंकज ठाकुर ने कहा कि जिले में पहला फिश कोल्ड स्टोरेज बनाया जा रहा है। लोगों को 12 महीने मछली का स्वाद लेने की सहूलियत मिलेगी। इसका निर्माण 1.5 करोड़ रुपए की लागत से एक व्यक्ति से करवाया जा रहा है, जिसमें विभाग की ओर से 40 प्रतिशत सबसिडी प्रदान की जा रही है।