हिमाचल की मांग पर लगी मोहर, रोपवे निर्माण में अब 4 फीसदी लिया जाएगा जीएसटी

Edited By Vijay, Updated: 29 Jun, 2022 12:16 AM

now 4 percent gst will be taken in ropeway construction

रोपवे निर्माण में अब 18 फीसदी की बजाय 4 फीसदी जीएसटी को लिए जाने पर सहमति बनी है। प्रदेश के ऊर्जा मंत्री सुखराम चौधरी ने यह मांग चंडीगढ़ में आयोजित वस्तु एवं सेवा कर परिषद (जीएसटी काऊंसिल) की बैठक में उठाई और इससे संबंधित प्रस्ताव को भी पारित कर...

शिमला (कुलदीप): रोपवे निर्माण में अब 18 फीसदी की बजाय 4 फीसदी जीएसटी को लिए जाने पर सहमति बनी है। प्रदेश के ऊर्जा मंत्री सुखराम चौधरी ने यह मांग चंडीगढ़ में आयोजित वस्तु एवं सेवा कर परिषद (जीएसटी काऊंसिल) की बैठक में उठाई और इससे संबंधित प्रस्ताव को भी पारित कर दिया गया। उन्होंने संपर्क करने पर बताया कि बैठक में हिमाचल प्रदेश के पक्ष को माना गया है। इससे प्रदेश में रोपवे निर्माण में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश की कठिन भौगोलिक परिस्थिति व वन क्षेत्र को ध्यान में रखते हुए रोपवे निर्माण ही कारगर है। इससे जहां पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा, वहीं सेब की ढुलाई जैसे कार्य में भी मदद मिलेगी। 

ऊर्जा मंत्री ने पन विद्युत क्षेत्र में भी 18 फीसदी की बजाय 5 फीसदी जीएसटी लिए जाने की मांग की। उन्होंने कहा कि जब सोलर पावर में 5 फीसदी राशि ली जाती है तो पवन विद्युत क्षेत्र में भी इसके ऊपर अमल होना चाहिए। मौजूदा समय में पन विद्युत क्षेत्र में 18 फीसदी जीएसटी की शर्त पर प्रोजैक्ट की लागत बढ़ रही है, जिससे प्रदेश में समय पर ऊर्जा का समुचित दोहन नहीं हो पा रहा है। ऊर्जा मंत्री सुखराम चौधरी के साथ इस बैठक में प्रदेश सरकार के अधिकारी सुभाशीष पांडा और यूनस भी मौजूद थे। उल्लेखनीय है कि केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की अध्यक्षता में आयोजित इस 2 दिवसीय बैठक का समापन बुधवार 29 जून को होगा, जिसमें प्रदेश सरकार की तरफ से जीएसटी क्षतिपूर्ति भरपाई सहित अन्य मसलों को उठाया जा सकता है।

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