Edited By Vijay, Updated: 21 Apr, 2020 09:55 PM
मजदूरों को राशन न मिलने पर बीते सोमवार से एसडीएम ऑफिस के बाहर धरने पर बैठे ठियोग के विधायक राकेश सिंघा ने प्रशासन के आश्वासन के बाद धरना समाप्त कर दिया है। धरना समाप्त करने के बाद उन्होंने पत्रकार वार्ता में कहा कि जिस दिन से लॉकडाऊन शुरू हुआ है उस...
शिमला (ब्यूरो): मजदूरों को राशन न मिलने पर बीते सोमवार से एसडीएम ऑफिस के बाहर धरने पर बैठे ठियोग के विधायक राकेश सिंघा ने प्रशासन के आश्वासन के बाद धरना समाप्त कर दिया है। धरना समाप्त करने के बाद उन्होंने पत्रकार वार्ता में कहा कि जिस दिन से लॉकडाऊन शुरू हुआ है उस दिन से मजदूरों को संयोजित तरीके से राशन का वितरण नहीं हो रहा था। हालांकि कई एनजीओज शहर में रात-दिन इस कार्य में लगी हुईं थी लेकिन किसी एनजीओ की ऐसी क्षमता नहीं है जो मजदूरों को लगातार राशन उपलब्ध करवा सके, फिर भी एनजीओज बधाई की पात्र हैं।
उन्होंने संविधान में मौजूद आर्टिकल 21 का हवाला देते हुए कहा कि देश में रहने वाले हर व्यक्ति को जीने का अधिकार है और यह सरकार और सरकार के तंत्र की जिम्मेदारी बनती थी कि कोई मजदूर भूखा न रहे। उन्होंने कहा कि आज डीसी शिमला अमित कश्यप ने बैठक बुलाई थी, जिसमें तय हुआ है कि जो भी मजदूर व जरूरतमंद लोग इस शहर में हैं उन्हें चिन्हित कर विभाग द्वारा राशन दिया जाएगा। बैठक में संजय चौहान, कुलदीप टंडन, एसडीएम और वितरण नोडल एजैंसी के लोग मौजूद थे।
विधायक ने मजदूरों से भी आग्रह किया अगर उन्हें राशन नहीं मिल रहा है तो वे हमें या अपने काऊसलरों को जानकारी दें। हम उन्हें भूखा नहीं रहने देंगे और सरकार का यह दायित्व बनता है। यदि इस बात को अमल में नहीं लाया गया तो पुन: धरना दिया जाएगा।