Edited By kirti, Updated: 24 Dec, 2019 11:11 AM
मंडी का ऐतिहासिक सेरी मंच सोमवार को उस समय सियासी अखाड़ा बना जब सरकारी समारोह में विधायक अनिल शर्मा अपनी बात रखने मंच पर आए और मुख्यमंत्री से 2 वर्ष और काम करने को मांगे। जैसे ही उन्होंने अपनी बात पूरी कर दी तो दूसरी बार सांसद चुने गए राम स्वरूप...
मंडी (ब्यूरो): मंडी का ऐतिहासिक सेरी मंच सोमवार को उस समय सियासी अखाड़ा बना जब सरकारी समारोह में विधायक अनिल शर्मा अपनी बात रखने मंच पर आए और मुख्यमंत्री से 2 वर्ष और काम करने को मांगे। जैसे ही उन्होंने अपनी बात पूरी कर दी तो दूसरी बार सांसद चुने गए राम स्वरूप शर्मा और आई.पी.एच. मंत्री महेंद्र सिंह आई.पी.एच. विभाग के इस सरकारी कार्यक्रम में उन पर जमकर बरसे। मंडी सदर के विधायक अनिल शर्मा का दर्द सोमवार को सेरी मंच पर खूब छलका।
स्थानीय विधायक होने के नाते सेरी मंच पर हुई मुख्यमंत्री की जनसभा में जब उन्हें भाषण देने का मौका मिला तो पहले तो उन्होंने कई कामों का श्रेय लिया। पूर्व कांग्रेस सरकार व वीरभद्र का भी जिक्र ब्यास नदी पर बने पुल के लिए किया और फिर बोले कि मेरी कोई नहीं सुनता। मैं परेशान हूं, फ्री रहता हूं, बैडमिंटन खेलने जाता हूं, कोई अधिकारी कर्मचारी मेरे पास नहीं आता। अब तो ट्रांसफर वाले भी नहीं आते। मैं बहुत काम करना चाहता हूं मगर क्या करूं कोई सुनता ही नहीं। अनिल शर्मा ने मुख्यमंत्री से आग्रह किया कि वह मुझे 2 साल का काम दें, मैं मंडी का नक्शा बदल दूंगा। उन्होंने दावा किया कि मंडी में जो शिवधाम बन रहा है, उसका सबसे बढिय़ा डिजाइन उनके दिमाग में है।
वह पहले भी डिजाइन के माहिर रहे हैं, राजनीतिज्ञ कम हैं मगर आॢकटैक्ट ज्यादा हैं। अनिल ने कहा कि मैं बहुत कम बोलता हूं। विधानसभा में भी चुप ही रहता हूं, समय आएगा तो बोलूंगा। लगे हाथ मुख्यमंत्री से मांग कर डाली कि ब्यास नदी पर बने जिस पुल का उद्घाटन उन्होंने 8 दिसम्बर को किया था, उससे आगे बनने वाले बाईपास का भी शिलान्यास करके काम शुरू करवा दें, इससे शहर की ट्रैफिक में सुधार होगा। साथ ही कहा कि मुख्यमंत्री के लिए बजट जैसी तो कोई बात ही नहीं है, जैसे कि वीरभद्र सिंह के समय भी होता था। उसके बाद जो हुआ, उससे समारोह में हर कोई अवाक रह गया। राम स्वरूप शर्मा और आई.पी.एच. मंत्री महेंद्र सिंह ने इस पर उन्हें घेर लिया।