Edited By Vijay, Updated: 08 Oct, 2024 04:43 PM
शिमला शहर सहित जिला के सभी विद्युत उपमंडलों में बिजली मीटर की ई-केवाईसी शुरू हो गई है। ई-केवाईसी के माध्यम से बिजली मीटर आधार नंबर व मोबाइल नंबर से लिंक होंगे।
शिमला (राजेश): शिमला शहर सहित जिला के सभी विद्युत उपमंडलों में बिजली मीटर की ई-केवाईसी शुरू हो गई है। ई-केवाईसी के माध्यम से बिजली मीटर आधार नंबर व मोबाइल नंबर से लिंक होंगे। बिजली मीटर की ई-केवाईसी करवाने की अंतिम तिथि बिजली बोर्ड की ओर से 31 अक्तूबर निर्धारित की गई है। बिजली बोर्ड प्रबंधन ने साफ किया है कि यदि कोई उपभोक्ता ई-केवाईसी करवाने में सहयोग नहीं करता है या फिर ई-केवाईसी नहीं करवाना चाहता है तो ऐसे में भविष्य में बिजली के बिलों में मिलने वाली रियायतों व सुविधाओं से वंचित रह सकता है। इसके लिए उपभोक्ता स्वयं जिम्मेदार होगा।
ई-केवाईसी के लिए ये दस्तावेज जरूरी
बोर्ड अधिकारियों ने कहा कि बोर्ड प्रबंधन ने बिजली मीटर संख्या को उपभोक्ता के आधार नंबर से जोड़ने के लिए ई-केवाईसी प्रकिया शुरू की है। ई-केवाईसी करवाने के लिए उपभोक्ता के पास आधार कार्ड, राशन कार्ड और बिजली का कोई भी पुराना बिल होना जरूरी है। वहीं वह मोबाइल नंबर भी जरूरी है, जिससे आधार जुड़ा है, क्योंकि उसी मोबाइल नंबर पर ओटीपी आने के बाद ई-केवाईसी पूरी होगी।
घर-घर आकर बिजली कर्मी मोबाइल एप से करेंगे ई-केवाईसी
ई-केवाईसी करवाने के लिए बिजली उपभोक्ताओं को किसी भी विद्युत उपमंडल जाने की जरूरी नहीं है। बिजली कर्मी घर-घर जाकर बिजली बोर्ड की मोबाइल एप पर यह डाटा फीड करेंगे। जानकारी के अनुसार इसमें उपभोक्ता की फोटो भी खींची जाएगी। वहीं यह डाटा बिजली बोर्ड प्रबंधन द्वारा सरकार के साथ सांझा किया जाएगा।
फ्रॉड के इस दौर में उपभोक्ता रहते हैं असमंजस में
ऑनलाइन फ्रॉड के इस दौर में घर पर बार-बार सर्वे करने के लिए आ रहे उपभोक्ता परेशान रहते हैं कि कई बार सर्वे करवाने से मना करवा देते हैं। ऐसे में बिजली बोर्ड प्रबंधन ने साफ किया है कि बिजली बोर्ड के कर्मी ई-केवाईसी करने घर-घर आएंगे और बिजली बिल काटने के साथ यह सर्वे भी करेंगे। ऐसे में वे आसानी से यह सर्वे करवा सकते हैं।
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