Edited By Vijay, Updated: 21 Feb, 2020 11:11 PM
प्रदेश में पिछले कई वर्षों से डीएनए टैस्ट के लिए लटके आपराधिक मामले अब जल्द ही निपटाए जाएंगे। प्रदेश की एकमात्र जुन्गा स्थित राज्य फोरैंसिक लैब के बाद क्षेत्रीय फोरैंसिक लैबों धर्मशाला व मंडी में भी डीएनए यूनिट को शुरू किया जा रहा है।
धर्मशाला (ब्यूरो): प्रदेश में पिछले कई वर्षों से डीएनए टैस्ट के लिए लटके आपराधिक मामले अब जल्द ही निपटाए जाएंगे। प्रदेश की एकमात्र जुन्गा स्थित राज्य फोरैंसिक लैब के बाद क्षेत्रीय फोरैंसिक लैबों धर्मशाला व मंडी में भी डीएनए यूनिट को शुरू किया जा रहा है। इन यूनिट को शुरू करने के लिए सृजित पदों पर तैनाती के अलावा उपकरणों की खरीद की जा चुकी है।
डीएनए यूनिट को शुरू करने के लिए साइंटिफिक ऑफिसर सहित 2 असिस्टैंट साइंटिफिक स्पैशलिस्ट की तैनाती की गई है। इन विशेषज्ञों को मौजूदा समय में देश की विभिन्न फोरैंसिक लैब में प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इसके चलते लगभग 3 महीनों में मंडी तथा धर्मशाला स्थित फोरैंसिक लैब में डीएनए यूनिट को शुरू कर दिया जाएगा। जानकारी के अनुसार प्रदेश में आपराधिक मामलों की जांच के दौरान डीएनए की जांच के लिए राज्य फोरैंसिक लैब जुन्गा पर ही निर्भर रहना पड़ता है, ऐसे में गंभीर आपराधिक मामलों के निपटान तथा जांच को आगे बढ़ाने में भी समय लग रहा है।
न्यायालय ने भी पिछले कई वर्षों से ऐसे मामलों की डीएनए रिपोर्ट को तुरंत उपलब्ध करवाने के निर्देश दिए हैं। इसमें अधिकतर मामले पोक्सो एक्ट से जुड़े हुए हैं। वहीं प्रदेश फोरैंसिक लैब प्रशासन ने भी धर्मशाला तथा मंडी स्थित लैबों में भी इस यूनिट को शुरू करने का प्रपोजल सरकार को भेजा था। इस प्रपोजल को मंजूरी मिलने के बाद यूनिट में सृजित पदों पर विशेषज्ञों की तैनाती के साथ उपकरण भी खरीदे गए हैं।
फोरैंसिक लैब जुन्गा के निदेशक डॉ. अरुण शर्मा ने बताया कि डीएनए यूनिट मंडी तथा धर्मशाला फोरैंसिक लैब में लगभग 3 माह के भीतर शुरू कर दी जाएगी। विशेषज्ञों की तैनाती तथा उपकरण लैब में उपलब्ध करवा दिए गए हैं। लैब के शुरू होने से पिछले लंबे समय से लटके आपराधिक मामलों का निपटारा किया जाएगा।