Edited By Ekta, Updated: 07 Oct, 2019 01:52 PM
वूल फैडरेशन के अधीन कार्य कर रहे शीप शेयररों की चल रही अनिश्चितकालीन हड़ताल के चलते घुमंतू भेड़ पालकों को आ रही समस्याओं तथा शिप शेयरर की मांगों को पूरा न करने के रोष में सोमवार को पालमपुर में प्रदर्शन किया। इस दौरान प्रदेश भर से आए कई भेड़ पालकों...
पालमपुर (मुनीष दीक्षित): वूल फैडरेशन के अधीन कार्य कर रहे शीप शेयररों की चल रही अनिश्चितकालीन हड़ताल के चलते घुमंतू भेड़ पालकों को आ रही समस्याओं तथा शिप शेयरर की मांगों को पूरा न करने के रोष में सोमवार को पालमपुर में प्रदर्शन किया। इस दौरान प्रदेश भर से आए कई भेड़ पालकों ने रोष रैली में भाग लिया। बाद में उन्होंने एसडीएम पालमपुर के माध्यम से सरकार को एक ज्ञापन भी सौंपा। एसडीएम पंकज शर्मा ने कहा कि भेड़ पालकों की इस मांग को सरकार तक पहुंचाएंगे।
उल्लेखनीय है कि अपनी मांगों को लेकर शीप शेयरर पालमपुर में अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठे हुए हैं। पालमपुर में पशु पालन विभाग के संयुक्त निदेशक कार्यालय के गेट के बाहर बैठकर अपनी हड़ताल कर रहे हैं। शीप शेयरर यूनियन के अध्यक्ष मालवर ने बताया कि पिछले करीब 15 सालों से वूल फैडरेशन के लिए आधुनिक आयतित मशीनों द्वारा शीप शेयरिंग सुविधाओं के अभाव में व शोषणकारी मजदूरी में भी प्रदेश के घुमन्तु भेड़पालकों को जंगल में जाकर सुविधाएं प्रदान कर रहे हैं। वर्षों से वे कमीशन पर शेयरिंग का कार्य कर रहे हैं, जबकि उन्हें ई.पी.एफ., ई.एस.आई.सी. आदि सुविधाएं भी नहीं मिल रही हैं, जो श्रम कानूनों का उल्लघंन है।
प्रदेश में इस समय करीब 4 लाख के करीब घुमंतू भेड़ों की सं या है। इसके लिए दो बार मशीन से करीब 50-60 शीप शेयररों की जरूरत है। लेकिन सरकार व वूल फैडरेशन की अनदेखी के कारण वे कई वर्षों से शोषण सहन कर रहे हैं। हिमाचल घुमंतु पशुपालक महासभा की प्रदेश सचिव पवना कुमारी ने कहा कि सरकार को शीप शेयरर की मांगें जल्द से जल्द पूरी करनी चाहिए। इन्हेें वूल फैडरेशन का कर्मचारी घोषित किया जाए, वूल फैडरेनशन में भेड़ पालकों की मांग को देखते हुए शीप शेयररों के कम से कम 15 पद जल्द भरे जाएं तथा प्रदेश सरकार पद सृजित करने के लिए वूल फैडरेशन को विशेष वित्तीय मदद दें।