Edited By Vijay, Updated: 19 Jul, 2019 06:19 PM
किरतपुर-नेरचौक फोरलेन के निर्माण कार्य में कार्यरत ठेकेदारों की करीब 150 करोड़ रुपए की धनराशि न मिलने के कारण कॉन्ट्रैक्टर यूनियन ने आक्रामक रुख अपना लिया है। गौरतलब है कि सामरिक दृष्टी से महत्वपूर्ण कीरतपुर-नेरचौक फोरलेन का निर्माण कार्य करीब 2...
बिलासपुर (मुकेश): किरतपुर-नेरचौक फोरलेन के निर्माण कार्य में कार्यरत ठेकेदारों की करीब 150 करोड़ रुपए की धनराशि न मिलने के कारण कॉन्ट्रैक्टर यूनियन ने आक्रामक रुख अपना लिया है। गौरतलब है कि सामरिक दृष्टी से महत्वपूर्ण कीरतपुर-नेरचौक फोरलेन का निर्माण कार्य करीब 2 वर्षों से अवरुद्ध पड़ा है। पिछले कल पुन: इस सड़क मार्ग का निर्माण कार्य आरम्भ हुआ था लेकिन कॉन्ट्रैक्टर यूनियन ने पूर्व में किए गए निर्माण कार्य की बकाया धनराशि की मांग उठाते हुए कार्य बंद करवा दिया है। शुक्रवार को कॉन्ट्रैक्टर यूनियन ने जिलाधीश के साथ बैठक कर उन्हें अपनी व्यथा सुनाई।
जिलाधीश ने दिया धनराशि दिलाने का आश्वासन
इस दौरान जिलाधीश विनय धीमान ने कॉन्ट्रैक्टर यूनियन को आश्वासन दिया कि उनकी धनराशि को दिलवाने के प्रति प्रशासन उन्हें पूर्ण सहयोग प्रदान करेगा। उन्होंने कॉन्ट्रैक्टर यूनियन से निर्माणाधीन किरतपुर-नेचौक फोरलेन के निर्माण कार्य को बाधित न करने का आग्रह किया। हालांकि कॉन्ट्रैक्टर यूनियन के अध्यक्ष अशोक कुमार व सचिव हेमराज ने ऐलान किया है कि जब तक उनकी बकाया धनराशि नहीं दी जाती है तब तक किसी भी सूरत में निर्माणाधीन फोरलेन का काम नहीं चलने देंगे। वह अपने परिवारों सहित निर्माण स्थल पर धरना-प्रदर्शन कर अन्य कम्पनी द्वारा आरम्भ कार्य को बाधित करेंगे।
बैंकों से ऋण लेकर किया था निर्माण कार्य
कॉन्टै्रक्टर यूनियन का कहना है कि बैंकों से ऋण लेकर उन्होंने इस महत्वपूर्ण सड़क निर्माण कार्य में अपना सहयोग प्रदान किया है। उनके मेहनताने की धनराशि न मिलने के कारण वे सड़कों पर आ चुके हैं। ऋण से संबंधित बैंकों ने उन्हें उनकी सम्पति की नीलामी के नोटिस देने आरम्भ कर दिए हैं। उन्हें अपने परिवारों के भरण-पोषण के लिए का सामना करना पड़ है। अब भविष्य में देखना होगा कि कितने समय के उपरान्त इस महत्वपूर्ण सड़क मार्ग का निर्माण कार्य आरम्भ होता है, साथ ही प्रशासन ठेकेदारों की बकाया धनराशि को दिलवा पाने में सफल होता है या नहीं।