Edited By Vijay, Updated: 17 Aug, 2019 11:10 PM
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश सरकार मंडी जिला के जंजैहली को ईको टूरिज्म की दृष्टि से विकसित करेगी। इसके अलावा कांगड़ा जिला के बीड़ बिलिंग को पैराग्लाइडिंग और साहसिक खेलों के गंतव्य, पौंग डैम को जल क्रीड़ाओं, शिमला जिला के चांशल क्षेत्र को...
शिमला: मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश सरकार मंडी जिला के जंजैहली को ईको टूरिज्म की दृष्टि से विकसित करेगी। इसके अलावा कांगड़ा जिला के बीड़ बिलिंग को पैराग्लाइडिंग और साहसिक खेलों के गंतव्य, पौंग डैम को जल क्रीड़ाओं, शिमला जिला के चांशल क्षेत्र को शीतकालीन खेलों और स्कीइंग के रूप में विकसित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि मंडी शहर को शिव धाम के रूप में विकसित किया जाएगा, जहां 12 ज्योतिर्लिंग स्थापित किए जाएंगे जो पर्यटकों व क्षेत्र की जनता के लिए विशेष आकर्षण होंगे। इसी तरह मंडी शहर में झील को भी विकसित किया जाएगा, जहां पर गंगा आरती की तर्ज पर ब्यास नदी की आरती शुरू की जाएगी। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने यहां पर्यटन विकास को लेकर मेहित ग्रुप के प्रतिनिधि हितेश त्रिवेदी की तरफ से एक प्रस्तुतिकरण के अवसर पर यह बात कही।
पर्यटन प्रदेश की आर्थिकी का मुख्य आधार
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार पर्यटन क्षेत्र में उपलब्ध संभावनाओं का दोहन करने का प्रयास कर रही है, जिससे युवाओं को रोजगार व स्वरोजगार के पर्याप्त अवसर उपलब्ध होंगे। उन्होंने कहा कि शिमला, मनाली और धर्मशाला जैसे पर्यटक स्थलों से दबाव कम करने के लिए नए पर्यटन स्थलों को विकसित करने पर अधिक ध्यान दिया जा रहा है। इसके लिए सरकार ने नई राहें-नई मंजिलें योजना शुरू की है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार इस विषय पर गंभीरता से काम कर रही है। उन्होंने कहा कि पर्यटन प्रदेश की आर्थिकी का मुख्य आधार है, जिस पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। इससे रोजगार के अवसर भी उपलब्ध होंगे। अतिरिक्त मुख्य सचिव राम सुभाग सिंह सहित अन्य गण्यमान्य व्यक्ति भी इस अवसर पर मौजूद थे।