Edited By Vijay, Updated: 28 Jul, 2022 11:06 PM
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश के दूरदराज क्षेत्रों के स्कूलों में सेवाएं दे रहे एसएमसी शिक्षकों के लिए सरकार स्थायी समाधान निकालेगी। ऐसी नीति बनाने का काम चल रहा है, जिसमें आगे कोई कानूनी अड़चन न आए। वीरवार को राज्य सचिवालय के बाहर...
शिमला (प्रीति): मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश के दूरदराज क्षेत्रों के स्कूलों में सेवाएं दे रहे एसएमसी शिक्षकों के लिए सरकार स्थायी समाधान निकालेगी। ऐसी नीति बनाने का काम चल रहा है, जिसमें आगे कोई कानूनी अड़चन न आए। वीरवार को राज्य सचिवालय के बाहर सैंकड़ों शिक्षकों को आश्वस्त करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि शिक्षकों को सरकार पर विश्वास रखना चाहिए। समाधान की दिशा में सरकार आगे बढ़ रही है और जल्द ही इसका स्थायी समाधान निकाला जाएगा। नियमितीकरण की मांग को लेकर सैंकड़ों एसएमसी शिक्षक सचिवालय पहुंचे थे। इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा है कि शिक्षकों को कैजुअल और मेडिकल लीव का प्रावधान आगामी कैबिनेट में कर दिया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ने शिक्षकों को जो संभव मदद हो सकती है, वह की है। पीटीए, पैट और पैरा शिक्षकों को पिछली सरकार ने चौराहे पर छोड़ दिया था। हमारी सरकार ने सुप्रीम कोर्ट तक उनके पक्ष में लड़ाई लड़ी और उनका भविष्य सुरक्षित किया। उन्होंने कहा है कि एसएमसी शिक्षक भी विषम परिस्थितियों से गुजरे हैं। एसएमसी की एक नीति के तहत शिक्षकों को नियुक्त किया गया है। नियमित शिक्षक के आने पर इन्हें बाहर करने का प्रावधान था लेकिन शिक्षकों के हित में सरकार ने इस प्रावधान को हटाया और एसएमसी शिक्षक जहां लगे हैं, वहां से उन्हें न हटाने का फैसला लिया। उन्होंने कहा कि एसएमसी नीति का बारीकी से अध्ययन किया जा रहा है। एसएमसी शिक्षकों के लिए कानून के तहत नीति में क्या प्रावधान किया जा सकता है, उस पर काम जारी है। कैबिनेट में इस मामले पर चर्चा करेंगे। शिक्षकों का भविष्य सुरक्षित करने के लिए पक्का काम किया जाएगा और जल्द ही इसकी घोषणा होगी।
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