Edited By Kuldeep, Updated: 29 Jul, 2025 04:07 PM

आईजीएमसी शिमला व सुपर स्पैशलिटी अस्पताल चमियाणा में बुधवार से एक बार फिर 50 फीसदी डाॅक्टरों के सहारे ही ओपीडी का भार रहेगा।
शिमला (संतोष): आईजीएमसी शिमला व सुपर स्पैशलिटी अस्पताल चमियाणा में बुधवार से एक बार फिर 50 फीसदी डाक्टरों के सहारे ही ओपीडी का भार रहेगा। बेशक मंगलवार को सभी डाक्टर अस्पताल में उपलब्ध रहे, क्योंकि पहले चरण में एक सप्ताह तक अवकाश पर गए डाक्टर वापस लौट आए हैं और मंगलवार को कॉमन डे रहा, जिससे मरीजों को राहत अवश्य मिली है, लेकिन बुधवार से छुट्टियों से वंचित रह गए 50 फीसदी डाक्टर अब एक सप्ताह तक समर वैकेशन पर जाएंगे, जिससे डाक्टरों की उपलब्धता नहीं होगी। हालांकि अस्पताल प्रशासन का दावा है कि शेष 50 फीसदी डाक्टर ही ओपीडी से लेकर ओटी का जिम्मा संभालेंगे, लेकिन जिन मरीजों के डाक्टर अभी उपलब्ध थे, वे उन्हें 5 अगस्त के बाद ओपीडी में मिलेंगे, जिससे मरीजों को परेशानी झेलनी पड़ सकती है।
बता दें कि आईजीएमसी व सुपर स्पैशलिटी अस्पताल चमियाणा में इन दिनों समर वैकेशन चला हुआ है। 22 से 28 जुलाई तक प्रथम चरण में 50 फीसदी डाक्टर अवकाश पर गए थे, जो 29 जुलाई को अपने काम पर लौट आए हैं, लेकिन छुट्टियों से महरूम शेष 50 फीसदी डाक्टर अब 30 जुलाई से 5 अगस्त तक छुट्टी पर रहेंगे। ये डाक्टर 6 अगस्त को वापस अपनी ड्यूटी पर लौटेंगे और उसके बाद अस्पताल में स्थिति पूरी तरह से सामान्य रहेगी।
आईजीएमसी में प्रतिदिन औसतन 3200 से 3500 की ओपीडी और 1100 आईपीडी होती है, वहीं सुपर स्पैशलिटी अस्पताल चमियाणा में चल रहे सुपर स्पैशलिटी विभागों की करीब 500 की ओपीडी व दर्जनों लोगों की आईपीडी है। ऐसे में इन अस्पतालों में डाक्टरों के अवकाश पर चले जाने से मरीजों को परेशानी झेलनी पड़ जाती है।
आईजीएमसी प्राचार्या डा. सीता ठाकुर का कहना है कि अस्पताल में मरीजों को किसी भी प्रकार की परेशानी न हो, इसके लिए 50 फीसदी डाक्टर ओपीडी से लेकर ओटी तक का जिम्मा संभालते हैं। एक सप्ताह के बाद शेष 50 फीसदी डाक्टर भी अवकाश काटकर लौट आएंगे और उसके बाद स्थिति फिर से सामान्य हो जाएगी।