Edited By Kuldeep, Updated: 08 Sep, 2025 06:25 PM

सितम्बर माह की 8 तारीख बीत जाने के बाद भी एचआरटीसी कर्मचारियों, अधिकारियों व चालक-परिचालकों सहित अन्य कर्मचारियों को वेतन नहीं मिला है। कर्मचारी पिछले एक सप्ताह से वेतन आने का इंतजार कर रहे हैं।
शिमला (राजेश): सितम्बर माह की 8 तारीख बीत जाने के बाद भी एचआरटीसी कर्मचारियों, अधिकारियों व चालक-परिचालकों सहित अन्य कर्मचारियों को वेतन नहीं मिला है। कर्मचारी पिछले एक सप्ताह से वेतन आने का इंतजार कर रहे हैं। जहां बीते माह में निगम के पैंशनरों ने पूरा महीना पैंशन का इंतजार किया और तब कहीं जाकर अगस्त माह की 30 तारीख को जाकर पैंशन मिली। वहीं अब निगम कर्मचारियों को पैंशन के लिए इंतजार करना पड़ रहा है। वहीं निगम प्रबंधन ने प्रदेश सरकार को पत्र लिखकर कर्मचारियों को वेतन देने के लिए बजट मांगा है। निगम को जहां 2.50 से 3 करोड़ कमाई रोजाना होती थी। वहीं यह कमाई अब 1.25 से 1.15 करोड़ प्रतिदिन रह गई है, जिससे निगम के खर्चों में भी परेशानी आ रही है।
पैंशनरों को भी समय पर नहीं मिली थी पैंशन
निगम प्रबंधन लगातार चल रहे घाटे के चलते सितम्बर माह में पैंशनरों को भी पैंशन नहीं पाया था। पैंशनरों की भी माह की 30 तारीख को पैंशन आई थी। वहीं पैंशनरों ने सितम्बर माह में 10 तारीख से पहले पैंशन जारी करने की मांग की थी। लेकिन कर्मचारियों को वेतन ही जारी नहीं हुआ है तो ऐसे में इस बार भी पैंशन के लिए इंतजार करना होगा। पैंशनरों को पैंशन मिलेगी लेकिन इसके लिए समय लगेगा।
सरकार समय पर जारी करे वेतन, माह के पहले सप्ताह में कटती हैं किस्तें
वेतन व पैंशन को समय पर जारी करने के लेकर हिमाचल परिवहन मजदूर संघ सहित अन्य यूनियनों ने प्रदेश सरकार व निगम प्रबंधन से मांग की है समय पर वेतन व पैंशन जारी की जाए। परिवहन मजदूर संघ के महासचिव हरीश पराशर ने मांग करते हुए कहा कि कर्मचारियों की हर माह विभिन्न लोन की किस्तें माह के पहले सप्ताह में कटती हैं। ऐसे में किस्तें नहीं देने के कारण डिफाल्टर घोषित हो रहे हैं।
सरकार को लिखा है पत्र, बजट जारी होते ही जारी होगी पैंशन
एचआरटीसी उपाध्यक्ष अजय वर्मा का कहना है कि बरसात में निगम को लगातार हो रहे घाटे के चलते निगम इस माह अभी तक वेतन नहीं दे पाया है। निगम की कमाई आधे से भी कम हो गई है। जहां 2.50 से 3 करोड़ की कमाई होती थी वह प्रतिदिन 1.50 करोड़ से कमाई हो रही है। सरकार को पत्र लिखकर बजट मांगा है। जैसे ही बजट जारी होगा। कर्मचारियों को वेतन जारी होगा।