Edited By Vijay, Updated: 27 Aug, 2024 01:17 PM
बारिश और तूफान ने बंगाणा और आसपास के इलाकों के किसानों की मक्की की फसल को भारी नुक्सान पहुंचाया है। फॉल आर्मी वर्म रोग से पहले ही फसल को नुक्सान झेलना पड़ा था और अब बारिश और तूफान ने खेतों में मक्की की फसल को बिछा दिया है।
बंगाणा (शर्मा): बारिश और तूफान ने बंगाणा और आसपास के इलाकों के किसानों की मक्की की फसल को भारी नुक्सान पहुंचाया है। फॉल आर्मी वर्म रोग से पहले ही फसल को नुक्सान झेलना पड़ा था और अब बारिश और तूफान ने खेतों में मक्की की फसल को बिछा दिया है। इस स्थिति ने किसानों की उम्मीदों को चूर-चूर कर दिया है और उनके चेहरों पर मायूसी छा गई है।
किसानों का कहना है कि खेती में उन्हें महंगे बीज और अन्य लागतें उठानी पड़ती हैं, लेकिन फसल के मूल्य में उचित लाभ नहीं मिलने की वजह से खेती घाटे का सौदा बन गई है। सोमवार की रात आए तूफान और बारिश से बंगाणा, हटली, थानाकलां, थानाखास, रशोल, घरलूं झारखड़, हरीनगर, डुमखर, बल्ह, छपरोहकलां, पनेड सहित कई गांवों में मक्की की फसल बुरी तरह प्रभावित हुई है।
क्षेत्रीय किसान सूरम सिंह, रमेश चंद, संजय कुमार, सीमा देवी, तृप्ता देवी, सुनीता देवी, पूजा, कमलेश, अनिता, रीता, कल्पना, प्रवीण, बीना, इंदु, रमां, सलोचना, मधु, किरण, शकुंतला, सपना, सरोज, बलदेव सिंह समेत अन्य किसानों ने इस नुक्सान पर दुख जताते हुए प्रदेश सरकार से उचित मुआवजे की मांग की है। किसानों ने राजस्व विभाग से प्रभावित क्षेत्रों का जल्द सर्वेक्षण करवाने की भी अपील की है ताकि उन्हें मुआवजा प्रदान किया जा सके और उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार किया जा सके।
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