Edited By Vijay, Updated: 15 Dec, 2024 06:16 PM
बेशक सरकार गांव-गांव को सड़क सुविधाएं मुहैया करवाने के लाख दावे करती हो लेकिन आज भी कुछ ऐसे गांव हैं जहां सड़क नहीं है। मजबूरी में मरीजों को पालकी में उठाकर ले जाना पड़ता है, जिससे कई बार मरीज बीच रास्ते में ही दम तोड़ देते हैं।
चम्बा (रणवीर): बेशक सरकार गांव-गांव को सड़क सुविधाएं मुहैया करवाने के लाख दावे करती हो लेकिन आज भी कुछ ऐसे गांव हैं जहां सड़क नहीं है। मजबूरी में मरीजों को पालकी में उठाकर ले जाना पड़ता है, जिससे कई बार मरीज बीच रास्ते में ही दम तोड़ देते हैं। ऐसा ही एक मामला मिनी स्विटजरलैंड खजियार पंचायत के गांव चौहरूई में देखने को मिला, जहां रात के अंधेरे में डेढ़ घंटे का पैदल सफर तय करके मरीज को पालकी में सड़क तक लाया गया। इसके बाद उसे चम्बा मेडिकल कॉलेज पहुंचाया गया।
जानकारी के अनुसार गांव की 70 वर्षीय बुजुर्ग महिला कमला को अचानक बीपी, सांस व शुगर बढ़ने से समस्या पैदा हो गई, जिसके बाद मरीज को अस्पताल पहुंचाने का प्रबंध किया गया। इस दौरान टाॅर्च के सहारे सड़क तक पहुंचाने में पालकी उठाने वाले लोगों को भी काफी दिक्कत हुई। कई बार उनका पैर फिसल गया।
ग्रामीणों का कहना है कि सड़क के लिए वो कई बार सरकार व विभाग से मांग कर चुके हैं, लेकिन आज दिन तक कोई सकारात्मक पहल नहीं हो पाई है। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि वर्ष 2017 से लेकर 2022 के विधानसभा चुनावों के दौरान उन्हें सड़क से जोड़ने का सपना दिखाया गया, लेकिन अभी तक सड़क नसीब नहीं हो पाई है। ग्रामीणों ने आश्वासन देने वाले नेताओं को दोटूक चेतावनी दी है कि अगर उन्हाेंने गांव में सड़क नहीं बनाई गई तो आने वाले समय में वह किसी भी दल के प्रत्याशी को वोट नहीं देंगे। पंचायत की तरफ से लोकसभा और विधानसभा के चुनावों का बहिष्कार किया जाएगा।
उक्त पंचायत के गांव चौहरूई की आबादी करीब 250 तक है। इस गांव के अलावा आसपास के अन्य कई गांवों के निवासियों के लिए सड़क अभी सपना है। हर बार अगर कोई बीमार हो जाता है तो पालकी के सहारे ही मुख्य सड़क तक पहुंचाना पड़ता है। ग्रामीणों ने मांग की है कि जल्द गांवों को सड़क सुविधा से जोड़ा जाए। ग्राम पंचायत प्रधान खजियार देशराज ने बताया कि गांव के लिए सड़क निकालने को लेकर कई बार राजनीतिक प्रतिनिधियों तथा सरकारों से गुहार लगाई गई, लेकिन अभी तक यह सुविधा गांव वालों को नसीब नहीं हो सकी है। ग्रामीणों ने सरकार से सड़क सुविधा को उपलब्ध करवाने की मांग की है।
लोक निर्माण विभाग चम्बा के कार्यकारी अधिशासी अभियंता दिनेश कुमार का कहना है कि यह मामला उनके ध्यान में है। सड़क के बारे में सर्वे व बजट की मांग प्रदेश सरकार से की जाएगी। अगर लोग जमीन देते हैं तो सड़क का कार्य शुरू करवाया जा सकता है।
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