Edited By Vijay, Updated: 03 Sep, 2025 06:05 PM

मणिमहेश यात्रा के दौरान मारे गए लोगों के शवों को परिजनों तक पहुंचाने की कवायद शुरू हो गई है। बुधवार को 4 शवों को भरमौर से निकाला गया। ये शव सेना के एमआई-17 हैलीकाॅप्टर के माध्यम से पठानकोट पहुंचाए गए। इसके बाद परिजनों को सौंप दिए हैं। इसमें 2 शव...
चम्बा (काकू चौहान): मणिमहेश यात्रा के दौरान मारे गए लोगों के शवों को परिजनों तक पहुंचाने की कवायद शुरू हो गई है। बुधवार को 4 शवों को भरमौर से निकाला गया। ये शव सेना के एमआई-17 हैलीकाॅप्टर के माध्यम से पठानकोट पहुंचाए गए। इसके बाद परिजनों को सौंप दिए हैं। इसमें 2 शव पठानकोट के श्रद्धालुओं के हैं। इसके अलावा एक गुरदासपुर व एक शव होशियारपुर के श्रद्धालु का है।
मणिमहेश यात्रा के दौरान इन श्रद्धालुओं की मौत हो गई थी। इसके बाद रास्ते बंद होने के कारण शव भरमौर में ही पड़े हुए थे। अब भी 4 श्रद्धालुओं के शव कुगती में पड़े हुए हैं। इन शवों को लाने के लिए 30 सदस्यों की एक टीम मौके पर पहुंच गई है। वीरवार तक ये सभी शव भरमौर पहुंच जाएंगे। इसके बाद इन शवों को भी सेना के हैलीकाॅप्टर के माध्यम से देश के विभिन्न हिस्सों में परिजनों तक पहुंचाया जाएगा।
मणिमहेश यात्रा के दौरान कुल 16 लोगों की मौत हुई है। इनमें से अधिकतर श्रद्धालुओं के शव सड़क मार्ग से पहले ही उनके परिजनों तक पहुंचा दिए गए थे, लेकिन खराब मौसम के चलते कुछ शव भरमौर व कुगति में पड़े हुए थे। अब मौसम साफ होते ही इन शवों को लाने की प्रक्रिया भी शुरू हो चुकी है। इससे परिजनों ने राहत की सांस ली है। हालांकि कुगति से लाए जा रहे शवों को परिजनों तक पहुंचाना अब भी चुनौतीपूर्ण है। अगर दोबारा मौसम खराब हो जाता है तो अड़चनें आ सकती हैं।
डीसी मुकेश रेप्सवाल ने बताया कि 4 शवों को भरमौर से सेना के हैलीकाॅप्टर के माध्यम से पठानकोट पहुंचा दिया गया है। कुगति से वीरवार को शव भरमौर पहुंच जाएंगे। इसके बाद इन्हें भी हैलीकाॅप्टर के माध्यम से ही परिजनों तक पहुंचा दिया जाएगा।