Edited By Vijay, Updated: 23 May, 2024 11:26 AM
विधानसभा क्षेत्र फतेहपुर के अंतर्गत रियाली अनाज मंडी जिला कांगड़ा में ही नहीं अपितु हिमाचल में पांवटा साहिब अनाज मंडी को पछाड़कर गेहूं की खरीद में पहले स्थान पर बनी हुई है।
बडूखर (सुनीत): विधानसभा क्षेत्र फतेहपुर के अंतर्गत रियाली अनाज मंडी जिला कांगड़ा में ही नहीं अपितु हिमाचल में पांवटा साहिब अनाज मंडी को पछाड़कर गेहूं की खरीद में पहले स्थान पर बनी हुई है। सीमांत क्षेत्र की 2 विधानसभाओं इंदौरा व फतेहपुर के किसान अपनी फसलों को इस अनाज मंडी में बेचने में कामयाब हो पा रहे हैं। गेहूं की खरीद शुरू होने के बाद 22 मई तक रियाली अनाज मंडी में 209 किसानों से 2275 रुपए प्रति क्विंटल की दर से 1225.50 मीट्रिक टन गेहूं की खरीद की जा चुकी है, जबकि इसकी एवज में किसानों को 2.76 करोड़ रुपए बैंक खातों के माध्यम से उनके अकाऊंट में डाले जा चुके हैं।
हिमाचल प्रदेश खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग हमीरपुर के एरिया मैनेजर व नोडल ऑफिसर संजीव वर्मा ने बताया कि रियाली अनाज मंडी में लगभग 1500 मीट्रिक टन गेहूं की खरीद की जानी है और यह खरीद 21 जून तक जारी रहेगी। पंजाब क्षेत्र के मिल मालिकों द्वारा मंड क्षेत्र के किसानों से घर-द्वार जाकर भी गेहूं की खरीद की जा रही है और उसकी एवज में उन्हें सरकारी खरीद 2275 की बजाय 2350 रुपए प्रति क्विंटल की दर से भुगतान किया जा रहा है। स्थानीय किसानों का कहना है कि इस बार गेहूं की पैदावार अच्छी हुई है, लेकिन बीज, खाद, बुवाई, कटाई व गहाई का खर्च बढ़ जाने के कारण उन्हें अपनी जरूरत के लिए नाममात्र पैसा ही बच पाता है। किसानों का कहना है कि सरकार को सरकारी खरीद का दाम कम से कम 3000 रुपए रखना चाहिए।
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