Edited By Vijay, Updated: 21 Dec, 2022 04:23 PM

हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस सरकार बनते ही एक के बाद एक पूर्व भाजपा सरकार द्वारा लिए गए फैसलों को पलटा जा रहा है। बीते दिन जहां सुक्खू सरकार ने बिजली बोर्ड के 32 दफ्तर और सैंटर ऑफ एक्सीलैंस हाॅर्टिकल्चर सिद्धपुर बंद कर दिया थे, वहीं अब कई स्वास्थ्य...
हिमाचल डैस्क: हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस सरकार बनते ही एक के बाद एक पूर्व भाजपा सरकार द्वारा लिए गए फैसलों को पलटा जा रहा है। बीते दिन जहां सुक्खू सरकार ने बिजली बोर्ड के 32 दफ्तर और सैंटर ऑफ एक्सीलैंस हाॅर्टिकल्चर सिद्धपुर बंद कर दिया थे, वहीं अब कई स्वास्थ्य संस्थान भी डिनोटिफाई कर दिए हैं। इसे लेकर प्रधान सचिव स्वास्थ्य सुभाशीष पांडा की ओर से आदेश जारी किए गए हैं। आदेश जारी होते ही नए खोले गए संस्थानों पर ताला लग गया है और अपग्रेड चिकित्सा संस्थानों का दर्जा भी वापस लिया गया है। इनके स्टाफ के समायोजन को लेकर जल्द अलग से आदेश जारी किए जाएंगे। इन दफ्तरों को बंद करने के पीछे तर्क दिया जा रहा है कि पूर्व सरकार ने बजट और स्टाफ का प्रावधान किए बगैर ही इन्हें खोल दिया था।

बता दें कि 12 दिसम्बर को मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू ने सचिवालय में बुलाई गई विधायक दल की बैठक में अप्रैल 2022 के बाद खोले गए संस्थानों की विस्तृत जानकारी मांगी थी और अब इन्हें बंद करने के आदेश जारी कर दिए गए हैं।
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