Edited By Ekta, Updated: 17 Jul, 2019 04:33 PM
ये टूटी फूटी खंडहर में तब्दील बिल्डिंग कहीं सोलन और मुंबई में हुए हादसे को शिमला में ना दोहरा दें। NH-5 पर शहर के बीचों-बीच मौत का निमंत्रण बनकर खड़ी इस बिल्डिंग से जनता दिन-रात खौफ में है। प्रशासन ने इस बिल्डिंग को एक साल पहले अनसेफ घोषित कर दिया...
शिमला (सुरेश): ये टूटी फूटी खंडहर में तब्दील बिल्डिंग कहीं सोलन और मुंबई में हुए हादसे को शिमला में ना दोहरा दें। NH-5 पर शहर के बीचों-बीच मौत का निमंत्रण बनकर खड़ी इस बिल्डिंग से जनता दिन-रात खौफ में है। प्रशासन ने इस बिल्डिंग को एक साल पहले अनसेफ घोषित कर दिया था लेकिन आज तक इसे गिराने की जहमत नहीं उठा पा रहा। लिहाज मालिक इसे सुरक्षित बताते हुए किराएदार रखकर उनसे हजारों रुपए लेकर ठाठ से जिंदगी जी रहे हैं।
बता दें कि सोलन में हुए बड़े हादसे के बाद भी लोग असुरक्षित भवनों के मोहमाया में फंसे हुए हैं। जब तक कोई बड़ा हादसा नहीं हो जाता प्रशासन भी तब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं करता।सोलन में 14 जिंदगी गंवा देने के बाद भी लोग इससे सबक नहीं ले रहे हैं। यही नहीं जब इसकी पड़ताल की तो सबसे ऊपर वाली मंजिल में किरायेदार भी रह रहे हैं। जिन्हें भवन गिरने का कोई डर नहीं है। नगर परिषद इस भवन को पहले ही असुरक्षित घोषित कर चुका है लेकिन उसकी परवाह किए बिना इसमें लोग अभी भी रह रहे हैं।
असुरक्षित भवन का जायज़ा लेने की खबर मिलते ही नगर परिषद की अध्यक्ष वंदना सूद ने अपनी टीम के साथ जाकर इस भवन का जायजा लिया और किरायदार और भवन मालिक से इस घर को खाली करने को कहा। नगर परिषद अध्यक्ष का कहना है कि एक साल पहले से इसको असुरक्षित घोषित कर खाली करने को कह दिया गया था लेकिन अभी तक ये खाली नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि इस भवन को खाली करने के लिए फिर से नोटिस भेजा जाएगा जिससे ये गिरने से पहले खाली हो सके और कोई जान ओर माल का नुकसान न हो।