Edited By Kuldeep, Updated: 18 Aug, 2025 04:47 PM

जिला मुख्यालय स्थित पंच दशनाम जूना अखाड़ा की छड़ी धार्मिक परंपरा के अनुरूप 24 अगस्त को मणिमहेश डल झील के लिए रवाना होगी।
चम्बा (काकू): जिला मुख्यालय स्थित पंच दशनाम जूना अखाड़ा की छड़ी धार्मिक परंपरा के अनुरूप 24 अगस्त को मणिमहेश डल झील के लिए रवाना होगी। यह छड़ी छह दिन की पैदल यात्रा तय कर चम्बा से मणिमहेश डल झील के बीच की दूरी तय करेगी। राधाष्टमी पर इसे डल झील में स्नान करवाया जाएगा। इसके साथ ही मणिमहेश यात्रा संपन्न होगी। यह जानकारी एसडीएम चम्बा प्रियांशु खाती ने बैठक की अध्यक्षता करते हुए दी।
उन्होंने कहा कि 24 अगस्त को दोपहर बाद चम्बा शहर के रामगढ़ मोहल्ले में मौजूद दशनाम अखाड़ा में भगवान दत्तात्रेय की पूजा- अर्चना करने के उपरांत बैंडबाजे के साथ छड़ी को मणिमहेश के लिए रवाना किया जाएगा। छड़ी का पहला पड़ाव श्री राधा-कृष्ण मंदिर जुलाहकड़ी में रहेगा। इसके बाद विभिन्न पड़ावों से होते हुए 30 अगस्त की शाम छड़ी मणिमहेश डल पर पहुंचेगी।
एसडीएम ने संबंधित अधिकारियों को उचित प्रबंध सुनिश्चित करने के आवश्यक दिशा- निर्देश भी दिए। उन्होंने कहा कि छड़ी के दौरान किसी को असुविधा न हो, यह सुनिश्चित किया जाएगा। पड़ावों में छड़ी के रहने व अन्य सुविधाओं का प्रबंध प्रशासन की तरफ से किया गया है। इस बारे में भरमौर प्रशासन को भी सूचना दे दी गई है।
बता दें कि अमरनाथ यात्रा के दौरान श्रीनगर से निकलने वाली दशनाम छड़ी यात्रा की तर्ज पर चम्बा से भी छड़ी यात्रा निकलती है। इसका धार्मिक महत्व है। देश के विभिन्न भागों से आए साधु महात्मा इस मौके पर अपने इष्ट देव भगवान शिव के जयकारों के साथ छड़ी यात्रा में भाग लेने के लिए चम्बा पहुंचकर इसकी शोभा बढ़ाते हैं। रियासतकाल से इस धार्मिक परंपरा का निर्वहन दशनाम अखाड़ा चम्बा करता आया है। इस छड़ी को भगवान शंकर का अंश माना जाता है।