Edited By Vijay, Updated: 13 Nov, 2019 11:08 PM
धर्मशाला में ग्लोबल इन्वैस्टर मीट के आयोजन के बाद प्रदेश मंत्रिमंडल की बैठक 18 नवम्बर को होगी। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की अध्यक्षता में होने वाली इस बैठक में धर्मशाला में होने वाले विधानसभा के शीतकालीन सत्र पर मोहर लग सकती है। इस बार विधानसभा का...
शिमला (ब्यूरो): धर्मशाला में ग्लोबल इन्वैस्टर मीट के आयोजन के बाद प्रदेश मंत्रिमंडल की बैठक 18 नवम्बर को होगी। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की अध्यक्षता में होने वाली इस बैठक में धर्मशाला में होने वाले विधानसभा के शीतकालीन सत्र पर मोहर लग सकती है। इस बार विधानसभा का शीतकालीन सत्र 11 दिन का हो सकता है क्योंकि एक कैलेंडर वर्ष में 35 सिटिंग (बैठकें) होती हैं। इस बार लोकसभा चुनाव के चलते बजट सत्र का आयोजन 4 से 18 फरवरी के बीच करवाया गया, जिसमें सिर्फ 13 सीटिंग ही हो पाईं। इसके बाद 19 से 31 अगस्त तक विधानसभा के मानसून सत्र का आयोजन किया गया। मानसून सत्र में भी 11 ही सिटिंग हो पाईं। इस तरह यदि बजट सत्र और मानसून सत्र को जोड़ा जाए तो अब तक 24 सिटिंग हो पाई हैं। इसे देखते हुए यदि शीतकालीन सत्र की अवधि 11 दिन रहती है, तो एक कैलेंडर वर्ष में 35 सीटिंग पूरी हो जाएंगी।
मंत्रिमंडल बैठक में ग्लोबल इन्वैस्टर मीट के दौरान हुए 93 हजार करोड़ के 614 समझौतों की भी समीक्षा होने की संभावना है। सरकार का प्रयास रहेगा कि अधिकांश समझौते सिरे चढ़ें ताकि प्रदेश की आॢथकी मजबूत होने के साथ-साथ बेरोजगार युवाओं को भी रोजगार के अवसर उपलब्ध हों। इसके अलावा जनमंच को लेकर भी समीक्षा किए जाने की संभावना है। मंत्रिमंडल की अधिकतर बैठकों में जनमंच की समीक्षा की जाती है।
मुख्यमंत्री हैल्पलाइन को लेकर भी बैठक में चर्चा हो सकती है ताकि इसे और प्रभावी बनाया जा सके। विभिन्न विभागों की तरफ से लाए गए अन्य प्रस्तावों पर भी बैठक में चर्चा होगी, जिसमें खाली पदों को भरने एवं सृजित करने संबंधी निर्णय लिया जा सकता है। उल्लेखनीय है कि इससे पहले 25 अक्तूबर को मंत्रिमंडल की बैठक हुई थी, जिसके बाद अब 18 नवम्बर को इसका आयोजन होगा, ऐसे में बैठक में एजैंडा लंबा हो सकता है, जिसमें कई अन्य महत्वपूर्ण निर्णय लिए जाने की संभावना है।