Edited By Kuldeep, Updated: 20 Apr, 2025 05:20 PM

कांग्रेस और उनके ईको सिस्टम ने हमेशा बाबा साहेब और उनके द्वारा निर्मित संविधान का अपमान ही किया है। यहां तक कि उनकी पार्थिव देह का भी दिल्ली में अंतिम संस्कार नहीं होने दिया।
बिलासपुर (बंशीधर): कांग्रेस और उनके ईको सिस्टम ने हमेशा बाबा साहेब और उनके द्वारा निर्मित संविधान का अपमान ही किया है। यहां तक कि उनकी पार्थिव देह का भी दिल्ली में अंतिम संस्कार नहीं होने दिया। स्वतंत्र भारत में उन्हें लोकसभा में पहुंचने से रोकने के लिए हर तरीके की साजिश प्रधानमंत्री नेहरू द्वारा की गई। उन्हें हराने के लिए लगभग 75 हजार मतों को अमान्य करवाया गया। यह देश के इतिहास में पहली बूथ कैप्चरिंग थी, जो सरकार के निर्देश पर की गई थी।
झंडूता विधानसभा के तहत समोह में भाजपा द्वारा आयोजित बाबा साहेब भीमराव अम्बेदकर सम्मान अभियान को संबोधित करते हुए जयराम ठाकुर ने कहा कि उनकी मृत्यु के बाद कांग्रेस सरकारों ने बाबा साहेब का कोई स्मारक नहीं बनवाया और न ही उन्हें भारत रत्न से सम्मानित किया। उन्हें भारत रत्न 1990 में तब मिला, जब भाजपा के सहयोगी दलों की केंद्र में सरकार बनी। बाबा साहेब के संविधान का अपमान करने का अधिकार नेहरू-गांधी परिवार को विरासत में मिला।
जयराम ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस द्वारा बाबा साहेब के संविधान की आत्मा को भी बार-बार झिंझोड़ा गया। अपनी सत्ता बचाने के लिए इंदिरा गांधी ने देश पर आपातकाल थोपकर संविधान के हिस्से एक काला अध्याय लिख दिया। संविधान की आत्मा को बदलने और संविधान में 35ए जैसे समानता विरोधी कानून को जबरदस्ती लागू किया और जम्मू-कश्मीर में 370 जैसे कानून लागू किए। धारा 370 की वजह से ही कश्मीर के दलितों के साथ यातनाएं हुईं और उन्हें आरक्षण तक नहीं मिला। इंदिरा गांधी ने अकेले 50 बार धारा 356 का दुरुपयोग करके चुनी हुई सरकारों को बर्खास्त किया। उनका कुल कार्यकाल लगभग 15 साल का रहा। 42वें संविधान संशोधन से इंदिरा गांधी ने राष्ट्रपति की शक्तियों को नियंत्रित करने का प्रयास किया।
इंदिरा गांधी ने लोकसभा का कार्यकाल भी बढ़ाकर 6 साल कर दिया था। राजीव गांधी ने तो तीन तलाक के फैसले के खिलाफ ही संविधान में संशोधन कर दिया। राहुल गांधी अपने परिवार की परंपरा को आगे बढ़ाते हुए मनमोहन सिंह की कैबिनेट का नोट ही फाड़ दिया था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार में अम्बेदकर सैंटर बनकर तैयार हुआ। मोदी की सरकार ने बाबा साहेब से जुड़े स्थलों को ‘पंच तीर्थ स्मारक’ बनाया। इस अवसर पर झंडूता के विधायक जीत राम कटवाल, सदर विधायक त्रिलोक जम्वाल और जिला भाजपा अध्यक्ष कृष्ण लाल चंदेल सहित अन्य मौजूद रहे।