Edited By Simpy Khanna, Updated: 30 Sep, 2019 10:40 AM
पैराग्लाइडिंग घाटी बीड़-बिलिंग में खराब ग्लाइइर से उड़ान भरने पर अब प्रतिबंध रहेगा। इसके अलावा 16 अक्तूबर को टैंडम फ्लाइट करने वालों के टैस्ट लिए जाएंगे, जिसमें सफल पायलट ही अब बीड़-बिलिंग से उड़ान भर पाएंगे। यह बात रविवार को 2 दिवसीय दौरे के दौरान...
पपरोला (स.ह.) : पैराग्लाइडिंग घाटी बीड़-बिलिंग में खराब ग्लाइइर से उड़ान भरने पर अब प्रतिबंध रहेगा। इसके अलावा 16 अक्तूबर को टैंडम फ्लाइट करने वालों के टैस्ट लिए जाएंगे, जिसमें सफल पायलट ही अब बीड़-बिलिंग से उड़ान भर पाएंगे। यह बात रविवार को 2 दिवसीय दौरे के दौरान पर्यटन अधिकारी राज कुमार और मनाली से अटल बिहारी माऊंटेनरिंग संस्थान के निदेशक नीरज राणा ने कही।
उन्होंने कहा कि बीड़-बिलिंग दुनिया की सबसे बेहतर साइटों में से एक है और विभाग इस घाटी में अवैध तौर पर उड़ानों और नौसिखिए पायलटों पर कड़ी कार्रवाई करने को लेकर अब शिकंजा कसने के मूड में है। इस दौरे के दौरान पर्यटन अधिकारी राज कुमार और मनाली से अटल बिहारी माऊंटेनरिंग संस्थान के निदेशक नीरज राणा ने पैराग्लाइडिंग करने वाले पायलटों, उनके ग्लाइडर्स व अन्य उपकरणों की जांच की।
इसके अलावा कमेटी द्वारा 16 अक्तूबर को टैंडम पायलटों की उड़ानों से संबंधित मापदंडों सहित तमाम कागजातों व उपकरणों को चैक किया जाएगा। गौरतलब है कि प्रतियोगिता का आयोजन एसोसिएशन के रूप में पर्यटन विभाग द्वारा किया जाएगा। जबकि पहले उक्त संस्था की रजिस्ट्रेशन को-ऑप्रेटिव सोसायटी के तहत दर्ज है।
एसोसिएशन का दर्जा मिलने के बाद एसोसिएशन द्वारा पहले पर्यटन विभाग के निदेशक से परमिशन लेगी, जिसके बाद तय सीमा अवधि के प्री-वल्र्ड कप करवाने को लेकर फ्रांस स्थित एफ.ए.आई. व पैराग्लाइडिंग वल्र्ड कप से परमिशन लेनी पड़ेगी, जिसके बाद पास बिड प्रस्तुत करेगी।
इसके अलावा पर्यटन व मनाली स्थित संस्थान के निदेशक नीरज राणा ने बताया कि नए पायलटों को पैराग्लाइडिंग से संबंधित मापदंडों को पूरा करने और सुरक्षा के मद्देनजर हर पहलू पर जांच चल रही है। इस दौरान साडा सुपरवाइजर रणविजय, धनी राम और बिलिंग एडवैंचर एसोसिएशन के सदस्य राज अबरोल सहित कई लोग मौजूद रहे।