Edited By Vijay, Updated: 25 Jul, 2025 02:30 PM

हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला के कमला नेहरू अस्पताल (केएनएच) में एक 28 वर्षीय महिला की डिलीवरी के करीब 24 घंटे बाद संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। महिला की पहचान अर्चना उर्फ अंजू पत्नी रविदत्त शर्मा निवासी गड़ावग फागू के रूप में हुई है।
शिमला: हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला के कमला नेहरू अस्पताल (केएनएच) में एक 28 वर्षीय महिला की डिलीवरी के करीब 24 घंटे बाद संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। महिला की पहचान अर्चना उर्फ अंजू पत्नी रविदत्त शर्मा निवासी गड़ावग फागू के रूप में हुई है। यह घटना गुरुवार को अर्चना की सफल सिजेरियन डिलीवरी के बाद शुक्रवार सुबह सामने आई, जिसने अस्पताल परिसर में तनाव का माहौल पैदा कर दिया।

परिजनों का आरोप: जबरन चलने के किया मजबूर,अत्यधिक ब्लीडिंग से गई जान
अर्चना के परिजनों का कहना है कि गुरुवार को सुबह करीब 11:30 बजे अस्पताल में उसकी सिजेरियन डिलीवरी हुई थी। डिलीवरी के बाद मां और नवजात दोनों स्वस्थ बताए गए थे। लेकिन शुक्रवार सुबह करीब 8 बजे अर्चना को वार्ड में दूसरे बेड पर शिफ्ट करने की बात कही गई। परिजनों ने डाॅक्टराें पर लापरवाही के आरोप लगाते हुए कहा कि अर्चना को बिना व्हीलचेयर या स्ट्रेचर के उसे खुद पैदल चलकर बेड बदलने को मजबूर किया गया, जिससे अर्चना को अचानक अत्यधिक ब्लीडिंग शुरू हो गई। परिजनों के अनुसार अर्चना की हालत बिगड़ती चली गई और कुछ ही देर में उसने दम तोड़ दिया। इसके बाद परिजन रोते-बिलखते हुए अस्पताल प्रशासन से जवाब मांगने लगे। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस भी मौके पर पहुंची और स्थिति को संभालने का प्रयास किया।
परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़
अर्चना अपने पीछे एक नवजात बेटे और एक बड़ा बेटा छोड़ गई है। नवजात अभी अस्पताल में ही है, जबकि बड़ा बेटा घर पर मां का इंतजार कर रहा है। बताया गया है कि अर्चना का पहला बच्चा भी सिजेरियन ऑपरेशन के जरिए ही हुआ था। परिजन स्तब्ध हैं कि जिस महिला ने कल तक स्वस्थ बेटे को जन्म दिया, वह आज इस दुनिया में नहीं रही।
अस्पताल प्रशासन का बयान
कमला नेहरू अस्पताल के मेडिकल सुपरिंटैंडैंट डॉ. सुंदर सिंह नेगी ने बताया कि प्रारंभिक जांच में महिला की मौत का कारण दम घुटना माना जा रहा है, लेकिन इसकी अभी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि डिलीवरी के बाद महिला की तबीयत सामान्य थी। रात तक कोई गंभीर लक्षण नहीं दिखे थे। मौत के सही कारण का पता पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही चलेगा। फिलहाल डॉक्टरों की टीम पूरे मामले की बारीकी से जांच कर रही है। उधर, घटना के बाद बालूगंज थाना पुलिस ने परिजनों के बयान दर्ज किए हैं और पूरे मामले की जांच शुरू कर दी है। अर्चना के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।