Edited By Kuldeep, Updated: 08 Apr, 2025 04:58 PM

बनीखेत के पधर स्थित प्राचीन भुरूनाग देवता मंदिर के जीर्णोद्धार का कार्य शुरू हो गया है। बनीखेत के एक समाजसेवी ने भुरूनाग मंदिर के सम्पूर्ण भवन निर्माण कार्य का जिम्मा उठाया है।
बनीखेत (पार्थ): बनीखेत के पधर स्थित प्राचीन भुरूनाग देवता मंदिर के जीर्णोद्धार का कार्य शुरू हो गया है। बनीखेत के एक समाजसेवी ने भुरूनाग मंदिर के सम्पूर्ण भवन निर्माण कार्य का जिम्मा उठाया है। भुरूनाग मंदिर को कुल्लू व किन्नौर में बने प्राचीन मंदिरों की कार्यशैली की तरह रूप दिया जाएगा, जिसमें मंदिर के भू-गर्भ, बाहरी हाॅल व मंदिर की छत का कार्य किया जाएगा। समाजसेवी द्वारा मंदिर निर्माण कार्य को तेजी के साथ किया जा रहा है।
मंदिर में लकड़ी नक्काशी करने के लिए अमृतसर (पंजाब) से कारीगरों को बुलाया गया है, जो मंदिर के अंदर लकड़ी से निर्मित छत को तैयार करेंगे। इसमें कई प्रकार की नक्काशी उकेरी जाएगी। इसके साथ दीवारों पर वुडेन पेलिंग व मंदिर में लगाई देवी-देवताओं की खुले में लगी मूर्तियों को वुडेन की नक्काशी से तैयार कर मूर्तियों को सुरक्षित किया जाएगा। इसके अलावा, मंदिर की बाहरी दीवार में टाइल लगाने का कार्य चल रहा है।
समाजसेवी ने कहा कि भुरूनाग मंदिर के आंतरिक व बाहरी तथा छत का कार्य किया जाएगा, जिसमें मंदिर की छत में वुडेन व पत्थर की सलेट से छत लगाई जाएगी। गौर रहे कि भुरूनाग मंदिर के प्राचीन भवन को तोड़कर नया भवन बनाया गया था, लेकिन पिछले कई वर्षों से मंदिर के निर्माण कार्य का काम अधर में फंसा हुआ था। इसे देखते हुए बनीखेत के समाजसेवी ने मंदिर निर्माण का बीड़ा उठाते हुए निर्माण कार्य शुरू कर दिया है।
बता दें कि बनीखेत के समाजसेवी अन्य सामाजिक कार्यों में अपना सहयोग दे चुके हैं। हाल ही में उन्होंने सिहुंता की सड़कों पर घूमने वाले बेसहारा पशुओं के लिए गौशाला का निर्माण कराया है। समाजसेवी का कहना है कि उनके पास आज जो भी आजीविका है वे उसको धार्मिक कार्यों व अन्य समाज के कार्यों में लगाना चाहते हैं।