सुक्खू सरकार के प्रयासों से बंद होने से बच गई प्रदेश की 386 मिनी आंगनबाड़ी

Edited By Kuldeep, Updated: 19 Jul, 2025 10:22 PM

shimla sukhu government anganwadi

सुक्खू सरकार के प्रयासों से प्रदेश के 386 मिनी आंगनबाड़ी केंद्र बंद होने से बच गए। हालांकि केंद्र ने नियम पूरे न होने के चलते पिछले वर्ष इन मिनी आंगनबाड़ी केंद्रों को बंद करने के निर्देश दे दिए थे।

शिमला (प्रीति): सुक्खू सरकार के प्रयासों से प्रदेश के 386 मिनी आंगनबाड़ी केंद्र बंद होने से बच गए। हालांकि केंद्र ने नियम पूरे न होने के चलते पिछले वर्ष इन मिनी आंगनबाड़ी केंद्रों को बंद करने के निर्देश दे दिए थे। हालांकि इस दौरान तय नियम पूरे करने पर राज्य के 153 मिनी आंगनबाड़ी केंद्रों को अपग्रेड कर दिया गया और शेष 386 को केंद्र की ओर से निर्धारित नियम और शर्तें पूरा न करने पर 31 मार्च, 2025 तक बंद करने के आदेश दिए गए थे। केंद्र के इस फैसले से पिछले कई वर्षों से इन 386 मिनी आंगनबाड़ी में काम कर रहीं कार्यकर्त्ताओं की नौकरी पर संकट आ गया था। यदि ये मिनी आंगनबाड़ी बंद होते हैं तो 386 मिनी आंगनबाड़ी कार्यकर्त्ताओं को नौकरी से हाथ धोना पड़ता, लेकिन प्रदेश सरकार ने इस मामले में सहानुभूति दिखाते हुए यह मामला केंद्र सरकार से टैकअप किया और मजबूती से केंद्र के समक्ष अपना पक्ष रखा।

इसके लिए सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग की ओर से कई बार प्रस्ताव भेजे गए। हालांकि संबंधित मंत्रालय से कई बार मामले में आपत्तियां लगाई गईं, लेकिन विभाग के अधिकारी डटे रहे और हर आपत्ति दूर करते रहे। इस दौरान बड़ी आंगनबाड़ी के लिए तय नियम और शर्तें भी पूरी की गईं। इसके लिए मिनी आंगनबाड़ी कार्यकर्त्ताओं ने दौड़धूप कर ये नियम और शर्तें पूरी कीं। इस दौरान 300 की जनसंख्या की शर्त भी पूरी की गई है और इसका रिकार्ड भी केंद्र को भेजा गया। हालांकि इस प्रक्रिया में एक साल लग गया। इस बीच कई बार इन 386 मिनी आंगनबाड़ी कार्यकर्त्ताओं को केंद्र का शेयर भी नहीं मिला, लेकिन इन्हें उम्मीद थी कि उनकी मेहनत रंंग लाएगी और प्रदेश सरकार ने भी इस मामले में गंभीरता दिखाई। अब इन मिनी आंगनबाड़ी को अपग्रेड किया जा रहा है। सरकार ने इसके लिए जिलों को एक महीने का समय दिया है।

अब 539 आंगनबाड़ियों में होगी हैल्पर्स की नियुक्ति, कार्यकर्त्ताओं का मानदेय भी बढ़ेगा
आंगनबाड़ी अपग्रेड होने के बाद अब इनमें हैल्पर्स की नियुक्तियां की जाएंगी और कार्यकर्त्ताओं का मानदेय भी बढ़ेगा। अब इनका मानदेय साढ़े दस हजार होगा। इस दौरान 539 आंगनबाड़ी में हैल्पर्ज की नियुक्ति होगी। इसमें 153 मिनी आंगनबाड़ी जिन्हें पहले अपग्रेड किया गया था और हाल ही में अपग्रेड हुईं 386 आंगनबाड़ियां शामिल हैं।

आंगनबाड़ी केंद्रों को नजदीकी प्री-स्कूलों से जोड़ा जाएगा, इनकी संख्या भी बढ़ेगी
सरकार उक्त आंगनबाड़ी केंद्रों को अपग्रेड करने के बाद इन्हें स्कूलों से जोड़ने की योजना बना रही है। आंगनबाड़ी केंद्रों को नजदीकी प्री-स्कूलों से जोड़ा जाएगा। इन स्कूलों में 3 से 6 वर्ष के बच्चों को शिक्षा दी जाएगी। इसके साथ ही अब प्रदेश में आंगनबाड़ी केंद्रों की संख्या भी बढ़ेगी। वर्तमान में 18,925 केंद्र हैं जो अब 19,464 हो गए हैं।

सरकार ने बचाई सैंकड़ों कार्यकर्त्ताओं की नौकरी
आंगनबाड़ी वर्कर्ज एंड हैल्पर्ज यूनियन संबंधित सीटू ने सरकार का धन्यवाद किया है। सरकार ने हमारी मांग को पूरा किया है और सैंकड़ों कार्यकर्त्ताओं की नौकरी बचाई है। सरकार से आंगनबाड़ी केंद्रों को प्री-स्कूलों से जोड़ने की मांग की गई है, साथ ही यूनियन की तरफ से रखी ग्रैच्युटी देने सहित गई मांगों पर भी सरकार गौर करे।

 

Related Story

Trending Topics

IPL
Royal Challengers Bengaluru

190/9

20.0

Punjab Kings

184/7

20.0

Royal Challengers Bengaluru win by 6 runs

RR 9.50
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!