Edited By Kuldeep, Updated: 06 Jun, 2025 07:58 PM

राज्य के बुजुर्गों को तीन माह से सामाजिक सुरक्षा पैंशन, विधवा पैंशन और दिव्यांगजनों को अपंग राहत भत्ता न मिलने से उनकी दुश्वारियां बढ़ गई हैं, जिससे उन्हें दवा खरीदने के लिए भी पैसों के लाले पड़ गए हैं।
शिमला (हैडली): राज्य के बुजुर्गों को तीन माह से सामाजिक सुरक्षा पैंशन, विधवा पैंशन और दिव्यांगजनों को अपंग राहत भत्ता न मिलने से उनकी दुश्वारियां बढ़ गई हैं, जिससे उन्हें दवा खरीदने के लिए भी पैसों के लाले पड़ गए हैं। भाजपा के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष एवं ऊना के विधायक सत्तपाल सत्ती ने यहां से जारी बयान में कहा कि राज्य में तीन माह से सामाजिक सुरक्षा पैंशन के लाभार्थियों को पैंशन नहीं मिल पाई है। ऐसे में बुजुर्ग, विधवा और दिव्यांगों की परेशानी बढ़ गई है।
सरकार से पैंशन की राशि जारी न होने के कारण इन लाभार्थियों को अपनी दवा और इलाज का खर्च चलाना भी मुश्किल हो गया है। वैसे तो सरकार बड़े-बड़े दावे करती है और अपने ऐशो-आराम के लिए कोई भी मौका नहीं छोड़ती है, लेकिन आम लोग बुरी तरह से आहत होकर रह गए हैं। चाहे सरकारी कर्मचारी हों या व्यापारी वर्ग, सभी लोग इस सरकार से दुखी हैं। इतना ही नहीं, आऊटसोर्स पर लगे कई कर्मचारियों को भी प्रतिमाह मिलने वाला मानदेय नहीं मिल रहा है।
उन्होंने कहा कि सरकार की अनदेखी के कारण सबसे अधिक परेशानी बुजुर्ग वर्ग झेल रहा है, जिनकी गुजर-बसर का सहारा केवल पैंशन से मिलने वाली धनराशि ही है। तीन माह से पैंशन न मिलने से लाभार्थियों में खासी निराशा है। बुजुर्गों और दिव्यांगों ने सरकार से जल्द पैंशन जारी करने की अपील की है, ताकि वह अपने रोजमर्रा के खर्च और इलाज को सुचारु रूप से चला सकें।
सत्ती ने कहा कि समाज के सबसे जरूरतमंद लोगों को पैंशन न मिलना दुर्भाग्यपूर्ण है। प्रदेश की कांग्रेस सरकार पूरी तरह फेल हो चुकी है। उन्होंने सरकार से जल्द पैंशन जारी करने की मांग की। सत्ती ने आरोप लगाया कि प्रदेश सरकार हर मोर्चे पर पूरी तरह से विफल हो चुकी है और आम लोगों पर किसी न किसी प्रकार से पैसों का आर्थिक बोझ डाल रही है और जरूरतमंद आज भी अपनी पैंशन तक के लिए तरसते रह गए हैं।