Edited By Jyoti M, Updated: 10 Sep, 2025 11:27 AM

हिमाचल प्रदेश में मौसम विभाग ने 13 और 14 सितंबर को कुछ इलाकों में भारी बारिश होने की चेतावनी जारी की है। हालांकि, तब तक प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में धूप खिली रहेगी और कुछ जगहों पर हल्की-फुल्की बारिश हो सकती है। राज्य में फिलहाल धूप और बादलों का...
हिमाचल डेस्क। हिमाचल प्रदेश में मौसम विभाग ने 13 और 14 सितंबर को कुछ इलाकों में भारी बारिश होने की चेतावनी जारी की है। हालांकि, तब तक प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में धूप खिली रहेगी और कुछ जगहों पर हल्की-फुल्की बारिश हो सकती है।
राज्य में फिलहाल धूप और बादलों का सिलसिला जारी है, जिससे सड़कों को खोलने का काम तेजी से चल रहा है। अब तक 64 बंद सड़कों को फिर से यातायात के लिए खोल दिया गया है। अभी भी 680 सड़कें बंद हैं, जिनमें से 214 कुल्लू में और 158 मंडी जिले में हैं। इन सड़कों को जल्द से जल्द खोलने का प्रयास किया जा रहा है। इसके अलावा, राज्य के चार प्रमुख राष्ट्रीय राजमार्ग भी अभी बंद हैं, जिनमें कुल्लू में NH 03 और 305, किन्नौर में NH 05 और ऊना में NH 70 शामिल हैं।
बीते मंगलवार को धर्मशाला में 4.6 मिलीमीटर और धौलाकुआं में 3.5 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। पूरे प्रदेश में 1202 बिजली के ट्रांसफार्मर खराब हैं, जिन्हें ठीक करने का काम जारी है।
लाहौल स्पीति का ताबो सबसे गर्म रहा
प्रदेश में अधिकतम तापमान में 1 से 3 डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी हुई है। लाहौल स्पीति का ताबो इलाका 34.9 डिग्री सेल्सियस के साथ सबसे गर्म स्थान रहा, जिसमें 3.3 डिग्री की वृद्धि दर्ज की गई। इसके बाद नेरी में 32.9 डिग्री और ऊना में 31.5 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया।
बारिश से भारी नुकसान का आकलन
20 जून से अब तक हिमाचल प्रदेश को मॉनसून के कारण 4156 करोड़ रुपये का बड़ा नुकसान हुआ है। इस दौरान बादल फटने, भूस्खलन और अचानक आई बाढ़ जैसी घटनाओं में 213 लोगों की जान चली गई है। मरने वालों में से 48 लोग भूस्खलन के कारण, 11 लोग अचानक बाढ़ के कारण और 17 लोग बादल फटने के कारण मंडी जिले में मारे गए।
आपदा से 1237 घर पूरी तरह से तबाह हो गए हैं, जबकि 5319 घरों, 469 दुकानों और 5469 गौशालाओं को भी भारी नुकसान पहुंचा है। सरकार और प्रशासन मिलकर राहत और बचाव कार्यों में जुटे हुए हैं ताकि प्रभावित लोगों को जल्द से जल्द मदद पहुंचाई जा सके।